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पटरी से उतरी जिंदगी

म¨हदरपाल सिंह/सर्बजीत सिंह, अमृतसर किसानों ने मांगों को लेकर सोमवार को गांव देवीदासपुरा में रेलवे

By Edited By: Published: Mon, 27 Apr 2015 08:43 PM (IST)Updated: Tue, 28 Apr 2015 04:35 AM (IST)
पटरी से उतरी जिंदगी

म¨हदरपाल सिंह/सर्बजीत सिंह, अमृतसर

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किसानों ने मांगों को लेकर सोमवार को गांव देवीदासपुरा में रेलवे लाइन पर धरना दिया। एक तरफ किसान रेलवे टै्रक पर थे तो दूसरी तरफ हजारों मुसाफिर रेलवे स्टेशन पर। जिला प्रशासन और पुलिस की लापरवाही के कारण किसान टै्रक पर पहुंच गए। रेलवे की लापरवाही से मुसाफिरों को कोई उचित जानकारी उपलब्ध नहीं हुई। मुसाफिरों ने रेलवे स्टेशन पर सोमवार शाम जमकर हंगामा किया।

अमृतसर से साढे़ 11 बजे रवाना हुई गाड़ी को किसान रेल टै्रक पर आ गए और इस गाड़ी को मानांवाला के निकट रोकना पड़ा। यह गाड़ी गांव देवीदासपुरा तक पहुंची और इसके बाद आगे नहीं बढ़ पाई। इस गाड़ी में सवार अमृतसर से दिल्ली जा रहे अनिल भंडारी निवासी सुल्तानविंड रोड ने बताया कि दो घंटे इंतजार के बाद वह ट्रेन से उतरकर बस से घर वापस लौटे। 12 बजे के बाद अमृतसर रेलवे स्टेशन पर कोई भी रेलगाड़ी नहीं पहुंची।

उसके बाद शान-ए-पंजाब, शताब्दी एक्सप्रेस और अन्य गाड़ियों का समय हुआ तो रेलवे स्टेशन पर मुसाफिरों का पहुंचना शुरू हुए। शाम पांच बजे रेलवे स्टेशन पर हजारों की संख्या में मुसाफिर एकत्रित हो गए। भीषण गर्मी में मुसाफिरों के होने से स्थिति विस्फोटक बन गई। दिल्ली के कालका नगर से आए सरबजीत सिंह ने बताया कि वह शताब्दी से वापस लौटने वाले थे। मगर न तो रेलगाड़ी प्लेटफार्म पर पहुंची और न ही रेलवे विभाग ने इसकी सूचना दी।

झांसी से परिवार सहित अमृतसर माथा टेकने के लिए आए कुलदीप ने बताया कि वह और उनका परिवार सुबह 11 बजे स्टेशन पर है मगर उन्हें वापस लौटने के लिए कोई गाड़ी नहीं मिली। इंकवायरी पर भी कोई उचित जवाब नहीं दिया जा रहा है। किसानों के धरने के कारण दिल्ली से पाकिस्तान जाने वाली समझौता एक्सप्रेस गाड़ी को रद कर दिया गया। रात धरने पर बैठे एक किसान की हालत बिगड़ गई। उसे मानांवाला के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। दोपहर दो बजे से लेकर शाम पांच बजे तक दिल्ली से आए जत्थे के लोग रेलवे स्टेशन अमृतसर पर ही गुरबाणी कीर्तन करते रहे। पाकिस्तान से मूक बधिर क्रिकेट टूर्नामेंट से रनरअप की ट्राफी लेकर पहुंचे दिल्ली व मुंबई के पंद्रह खिलाड़ी भी पूरा दिन स्टेशन पर इधर उधर भटकते रहे। राजविंदर कौर, जसविंदर सिंह, हरप्रीत कौर मो¨रडा से श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने के लिए आए और सोमवार को वापस लौटने के लिए रेलवे स्टेशन पर पहुंचे।

अमृतसर से श्री हजूर साहिब में माथा टेकने के लिए स्पेशल ट्रेन में सवार होने के लिए पहुंचे उत्तम नगर के जसपाल सिंह, गुरु अर्जुन देव नगर के अमरीक सिंह और भाई लालो जी नगर के गुरमीत सिंह ने बताया कि गाड़ी के रवाना होने का समय तीन बजे का था। शाम छह बजे तक यह गाड़ी स्टेशन से रवाना नहीं हुई। गाड़ी में सवार हजारों मुसाफिर गर्मी से बेहाल होते रहे। बार बार रेलवे से गाड़ी चलने के बारे में पूछा गया। मगर कोई जवाब नहीं मिला। रात सात बजे प्रशासन ने रेलगाड़ी के रद होने की घोषणा की।

किसानों ने खुफिया एजेंसियों को दी मात

किसानों ने रेल रोकने की घोषणा दो दिन पहले ही कर दी थी। प्रशासन ने किसानों के रेल रोको आंदोलन को रोकने की पूरी तैयारी की थी। किसानों ने खुफिया एजेंसियों को भी मात दे दी। एक घंटा पहले गांव देवीदासपुरा को ही धरने के लिए चुना गया। इसी दौरान किसान पूरी तैयारी कर गांव देवीदासपुरा की तरफ चल पड़े। सुबह 11 बजे केवल सौ किसान और दस महिलाएं किसान संघर्ष कमेटी के महासचिव सविंदर सिंह चुताला, गुरबचन सिंह चब्बा, जसबीर सिंह पिद्दी की अध्यक्षता में देवीदासपुरा के रेलवे फाटक में पहुंचे। पुलिस के पहुंचने से पहले ही किसानों की संख्या पांच सौ से भी अधिक हो गई।

पूरी तैयारी के साथ आए किसान

किसान सरकार के साथ समझौते के मूड़ में नहीं थे। किसान अपने साथ खाना पानी, चाय के साथ साथ नमकीन चने लेकर आए थे। धरने के दौरान मौके पर लंगर भी बनना शुरू हो गया था।

पुलिस छावनी में तबदील हुआ गांव देवीदास पुरा

किसानों के धरने को देखते हुए पुलिस ने कड़े सुरक्षा प्रबंध किए थे। अमृतसर रेलवे स्टेशन के साथ-साथ शिवाला फाटक और गांव वल्ला के फाटक पर पुलिस बल तैनात था। इस पुलिस बल को देखते हुए किसान देवीदासपुरा पहुंच गए। गांव देवीदासपुरा में तीन जिलों की पुलिस तैनात हो गई। एसएसपी अमृतसर देहाती जसदीप सिंह, एसपी डी तरनतारन ह¨रदर सिंह के अलावा अमृतसर सिटी के अधिकारी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।

रद हुई गाड़ियां

किसानों के धरने के चलते अमृतसर से चलने वाली स्पेशल नांदेड़ एक्सप्रेस जालंधर, लुधियाना, अंबाला को चलने वाली डीएमयू गाड़ियां, शहीद एक्सप्रेस, इंटरसिटी चंडीगढ़ एक्सप्रेस, नंगल डैम एक्सप्रेस, डुप्लीकेट हावड़ा, समझौता एक्सप्रेस, देहरादून एक्सप्रेस और कई और गाड़ियां रद कर दी गई। दो गाड़ियों के रूट भी बदले गए। छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस को गुरदासपुर से चक्की बैंक के रास्ते वाया जालंधर से रवाना किया गया। टाटा मूरी को अमृतसर की बजाय जम्मू पठानकोट, मुकेरिया के रास्ते वाया जालंधर भेजा गया। ब्यास से दो गाड़ियां रवाना हुई। शाम सवा छह बजे शताब्दी एक्सप्रेस गाड़ी को दिल्ली के लिए ब्यास से रवाना किया गया। इसी तरह रात साढे सात बजे शान ए पंजाब एक्सप्रेस गाड़ी को ब्यास रेलवे स्टेशन से दिल्ली के लिए रवाना किया गया।

ये गाड़ियां नहीं पहुंची

दिल्ली से आने वाली शताब्दी एक्सप्रेस, नंगल डैम, शान ए पंजाब, हिसार पैसेंजर, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, अंबाला, चंडीगढ़ एक्सप्रेस, टाटा मूरी, जन नायक, जलियांवाला बाग एक्सप्रेस, सुपरफास्ट व श्री अकाल तख्त साहिब एक्सप्रेस।


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