पाक का नापाक चेहरा
जागरण संवाददाता, अमृतसर : पाकिस्तान में जुल्म की सच्ची दास्तां भारतीय रंगमंच के पद्मश्री दंपति कन्
जागरण संवाददाता, अमृतसर :
पाकिस्तान में जुल्म की सच्ची दास्तां भारतीय रंगमंच के पद्मश्री दंपति कन्हाई लाल व ऊषा गांगुली के नाटक 'हम मुख्तारा' दिखा गया। पंजाब नाटशाला में वीरवार को यह नाटक पेशावर के आर्मी स्कूल में मारे गए 131 बच्चों को समर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
नाटक 'हम मुख्तारा' पाकिस्तानी महिला मुख्तारा की असली कहानी पर आधारित था, जिसे पुरुष प्रधान समाज की द¨रदगी का शिकार होना पड़ा। पंजाब नाटशाला में रंगकर्मी थिएटर ग्रुप कोलकाता की तरफ से वीरवार को पेश हिंदी नाटक 'हम मुख्तारा' के साथ हुई ज्यादतियों को जीवंत कर गया।
प्रसिद्ध रंगकर्मी ऊषा गागुली लिखित तथा निर्देशित इस नाटक में मुख्तारा पर पंचायत द्वारा सामूहिक दुष्कर्म करवाया जाता है। उस दौरान वह टूट जाती है मगर हिम्मत करके इंसाफ के लिए आवाज बुलंद करती है। आखिर उसकी मेहनत रंग लाई और वह जीतती भी है।
ऊषा गागुली कहती हैं कि नाटक असल घटना पर आधारित है। इसे लिखने तथा मंचित करने का मुख्य मकसद समाज को यह संदेश देना कि औरत का सम्मान करना सीखो, क्योंकि वह पुरुषों से किसी भी मामले में पीछे नहीं है।
नाटशाला के संस्थापक जतिंदर बराड़ कहते हैं कि इस नाटक को जिस तरीके से लिखा और खेला गया है इससे समाज को एक संदेश जरूर पहुंचेगा और नाटशाला के मंच से इसे पेश करना हमारे लिए फº की बात है। नाटक में त्रिपति मित्रा, मिनमोई बिस्वास, स्मृति बैनर्जी, शाता राय चौधरी, सायंती सेन, अनन्या चंदा, संगीता राय, कंचन माला सेनगुप्ता, पूजा राय, स्वपना मित्रा, अंकिता घोष, पायल काजीलाल आदि ने किरदार निभाया।