कौन हैं वीसी क्या लेना, बस नारे लगाने हैं
जागरण संवाददाता, अमृतसर
राजनीति चमकाने के लिए शुक्रवार सुबह पंजाब स्टूडेंट यूनियन जीएनडीयू के बाहर प्रदर्शन पर बैठ गई। प्रदर्शन को लेकर एक ओर जीएनडीयू के सुरक्षा विभाग ने पुख्ता प्रबंध किए थे, दूसरी तरफ थाना कैंट के सैकड़ों मुलाजिम भी तैनात थे, लेकिन प्रदर्शन की खुद-ब-खुद फूंक निकल गई। नारे लगा रहे विद्यार्थियों को यह भी नहीं पता कि वीसी का पद क्या होता है, वीसी का नाम क्या है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले पंजाब स्टूडेंट यूनियन ने जीएनडीयू के वीसी प्रो. अजायब सिंह बराड़ को तानाशाह बता रोष प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। शुक्रवार को यूनिवर्सिटी के बाहर प्रदर्शन शुरू भी हुआ, लेकिन फ्लॉप रहा। इस धरने में कैंपस व किसी कॉलेज का एक भी विद्यार्थी शामिल नहीं था, बल्कि तरनतारन के एक सरकारी स्कूल के बच्चे लाए गए थे। हैरानी देखिए कि पीएसयू के दो सदस्यों के साथ धरने पर आए ग्यारहवीं व बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों से, 'वीसी कौन है' सवाल किया गया। उनका यही कहना है कि वह नारेबाजी करने आए हैं, लेकिन यह नहीं पता कि नारेबाजी किसके खिलाफ करनी है व कौन सी मांगों को लेकर करनी है। उन्हें क्या लेना वीसी क्या होता है, कौन है?
पत्रकारों से दुर्व्यवहार किया
मीडिया कर्मियों ने बात करनी चाही तो यूनिवर्सिटी के खिलाफ धरने में शामिल स्कूली बच्चों के दम पर राजनीति चमका रहे पीएसयू नेताओं का कहना था कि बच्चों की बजाय उनसे बात करें। यूनिवर्सिटी के खिलाफ धरने में बच्चों का क्या काम संबंधी सवाल किया गया तो यूनियन के पदाधिकारियों ने मीडियाकर्मियों से दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मीडिया व यूनियन के बीच विवाद टला।