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विवाद दरकिनार, संविधान बदलने को फिर तैयार

By Edited By: Published: Sat, 30 Aug 2014 02:32 AM (IST)Updated: Sat, 30 Aug 2014 02:32 AM (IST)

अशोक नीर, अमृतसर

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चीफ खालसा दीवान (सीकेडी) कार्यकारिणी की बैठक शनिवार जीटी रोड स्थित कार्यालय में होगी। सीकेडी के अध्यक्ष चरणजीत सिंह चढ्डा द्वारा बुलाई गई इस बैठक में कार्यकारिणी के 31 सदस्य व 24 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल होंगे। सीकेडी के संविधान में बार-बार संशोधन के खिलाफ खड़े उपाध्यक्ष डॉ. संतोख सिंह के इस्तीफे पर कार्यकारिणी मुहर लगाएगी। कार्यकारिणी के एजेंडे के अनुसार संविधान के पृष्ठ छह पर दर्ज नियम 15 व 17 (स) में संशोधन किया जाएगा। इसके अनुसार मृत्यु या इस्तीफे की स्थिति में खाली हो जाने पर सीकेडी के अध्यक्ष पद को ऑनरेरी सचिव दो महीने के भीतर चुनाव का एजेंडा जारी कर भर सकेगा। इसके अतिरिक्त उपाध्यक्ष, स्थानीय अध्यक्ष व ऑनरेरी सचिव के खाली पदों को दो महीने के भीतर भरने की जिम्मेदारी अध्यक्ष की होगी।

नियम 15 : संविधान के अनुसार अध्यक्ष जब भी देश से बाहर जाएं या बीमार हो जाए। किसी अन्य कारण अपना काम न कर सके तो उपाध्यक्ष उनकी गैरहाजिरी में स्थानीय प्रधान के साथ मिलकर अध्यक्ष के अधिकार निभाएंगे।

नियम 17 (स) : ऑनरेरी सचिव जब कभी भी देश से बाहर जाए। किसी बीमारी या अन्य कारण में अपना काम करने की स्थिति में न हो, तब एडिशनल सचिव उनके काम पूरे करेंगे।

चीफ खालसा दीवान चेरिटेबल सोसायटी के सदस्यों को 31 जुलाई 2014 को संविधान के संशोधन के लिए पत्र नंबर 1238/151 भेजा गया है। इसके अनुसार अध्यक्ष द्वारा इस्तीफा देने या किसी आपातकालीन स्थिति में पद खाली हो जाने के बाद संविधान में 'किताबचे' में कोई भी अगवाई नहीं मिलती। इस पत्र को आधार बनाकर अध्यक्ष की लंबी गैरहाजिरी को पूरा करने के लिए संशोधन की सिफारिश की गई है।

शनिवार को होने वाली कार्यकारिणी की बैठक में जिला होशियारपुर के गांव नंदा चौर में अमरजीत सिंह व राम सिंह द्वारा दान दो एकड़ भूमि पर श्री गुरु हरिकृष्ण पब्लिक स्कूल के लिए अलाट किए गए ठेके व बिल्डिंग के खर्च पर भी चर्चा होगी।

चड्ढा ने पदाधिकारियों से की बैठक

चीफ खालसा दीवान की शनिवार को होने वाली कार्यकारिणी की बैठक से पहले शुक्रवार को चरणजीत सिंह चड्ढा ने दीवान के कार्यालय में उच्च पदाधिकारियों के साथ एक बैठक की। इसमें डॉ. संतोख सिंह के इस्तीफे पर औपचारिक चर्चा भी की गई। विदेश गए डॉ. संतोख सिंह के 31 अगस्त को आने की संभावना है। उनके भारत पहुंचने से पहले ही कार्यकारिणी की बैठक में डॉ. संतोख सिंह के इस्तीफे पर मोहर लगा दी जाएगी। दैनिक जागरण को मिली जानकारी के अनुसार चरणजीत सिंह चड्ढा को कार्यकारिणी की बैठक में संविधान में बार बार किए जा रहे संशोधन के विरुद्ध कई चुनौतियां झेलनी पड़ेगी। इस समय कार्यकारिणी के सदस्यों पर चड्ढा का प्रभाव है। कुछ सदस्य चड्ढा की कार्यप्रणाली को लेकर शनिवार को अपनी आवाज मुखर कर सकते हैं।

संविधान का विस्तार होगा: जसविंदर सिंह

चीफ खालसा दीवान के एडिशनल ऑनरेरी सेक्रेटरी एडवोकेट जसविंदर सिंह ने कहा कि शनिवार की बैठक में संविधान में संशोधन नहीं होना। संविधान को विस्तारपूर्वक बताना है। अध्यक्ष पद खाली होने पर उसका चुनाव हो, इस संदर्भ में सदस्यों के साथ विचार-विमर्श किया जाएगा। शनिवार की बैठक में डॉ. संतोख सिंह के इस्तीफे पर भी चर्चा होगी। डॉ. संतोख सिंह ने अपने त्यागपत्र में स्वयं स्वीकार किया कि चरणजीत सिंह चड्ढा के नेतृत्व में सीकेडी का विस्तार हुआ है। चड्ढा ने इंटेलीजेंट सिखों की टीम गठित की। टीम को काम सौंपा। इसके बेहतर परिणाम निकले हैं।


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