CG Politics: सुप्रीम कोर्ट से EVM को क्लीन चिट मिलने के बाद कांग्रेस के इस कद्दावर नेता ने उठाए सवाल, कहा- यह किसी साजिश के तहत...
CG Lok Sabha Election 2024 लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत आज 26 अप्रैल को छत्तीसगढ़ की तीन लोकसभा सीटों पर मतदान चल रहा है। दूसरे चरण में छत्तीसगढ़ की जिन तीन लोकसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है उनमें राजनांदगांव महासमुंद और कांकेर लोकसभा सीट है। छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के चुनाव में कुल 41 प्रत्याशी मैदान में हैं।
पीटीआई, राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि उन्हें शिकायतें मिली है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों पर उनकी तस्वीरें उनके प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में छोटी और अस्पष्ट हैं। फोटो वैसी ही दी गई थी जैसी चुनाव आयोग ने मांगी थी, लेकिन यह उनकी निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करता है कि क्या यह जानबूझकर किया गया षड्यंत्र नहीं है? लेकिन इससे चुनाव का रिजल्ट नहीं बदलेगा। बता दें कि पूर्व सीएम भूपेश बघेल राजनांदगांव लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। बघेल का मुकाबला भाजपा के मौजूदा सांसद संतोष पांडे से है।
भूपेश बघेल ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा कि लोकसभा के मतदाता फोन करके शिकायत कर रहे हैं कि ईवीएम में बाकी प्रत्याशियों की फोटो बड़ी और स्पष्ट है लेकिन मेरी फोटो छोटी और अपेक्षाकृत अस्पष्ट है। फोटो तो वैसी ही दी गई थी जैसी चुनाव आयोग ने मांगी थी। यह निष्पक्षता के @ECISVEEP दावों की कलई खोलता है। क्या यह षडयंत्रपूर्वक किया गया है? लेकिन इससे परिणाम नहीं बदलने वाला है।
छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव का दूसरा चरण
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत आज 26 अप्रैल को छत्तीसगढ़ की तीन लोकसभा सीटों पर मतदान चल रहा है। दूसरे चरण में छत्तीसगढ़ की जिन तीन लोकसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है, उनमें राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर लोकसभा सीट है। छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के चुनाव में कुल 41 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें राजनांदगांव से 15 प्रत्याशी, महासमुंद में 17 और कांकेर से 9 प्रत्याशी मैदान में हैं।
पूर्व सीएम भूपेश ने एक अन्य पोस्ट में भाजपा कार्यकर्ताओं पर राजनांदगांव सीट के टेडेसरा गांव में एक मतदान केंद्र में प्रवेश करने से रोकने का आरोप लगाया। उन्होंने कथित हाथापाई का एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, भूपेश बघेल स्वयं प्रत्याशी हैं और उसे भाजपा के लोग पोलिंग बूथ पर जाने से रोक रहे हैं। भाजपा बूथों पर अपने गुंडे भेजकर लोगों को डराने, धमकाने का काम कर रही है। अपने खिलाफ लोगों का रुझान देखकर छर्रे और उनके आका दोनों बौखला गए हैं। कांग्रेस के कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से अधिक से अधिक मतदान सुनिश्चित करें। इनकी विदाई तय हो चुकी है। जितना अधिक मतदान होगा, उतना ज्यादा ये छाती पीटेंगे।
राजनांदगांव में पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सत्तारूढ़ भाजपा पर मतदान से पहले राजनांदगांव निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न स्थानों में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को धमकाने के लिए पुलिस का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया।
ईवीएम पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने आज ईवीएम के साथ वीवीपैट का इस्तेमाल करके डाले गए वोटों के पूर्ण क्रॉस-सत्यापन की मांग करने वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ ने इस संबंध में दायर कई जनहित याचिकाओं पर अपना फैसला सुनाया। एसोसिएशन फॉर डेमेक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) संस्था और कुछ अन्य ने सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दाखिल कर वीवीपैट पर्चियों का ईवीएम से 100 प्रतिशत मिलान की मांग की थी।
ईवीएम से छेड़छाड़ का कोई सबूत नहीं- चुनाव आयोग
चुनाव आयोग ने पीठ के समक्ष कहा था कि ईवीएम और वीवीपैट में किसी तरह की छेड़छाड़ संभव नहीं है। आयोग ने मशीनों की सुरक्षा, उन्हें सील करने और उनकी प्रोग्रामिंग के बारे में भी शीर्ष कोर्ट को अवगत कराया था। लेकिन इसके बावजूद भी जब एडीआर की ओर से पेश वकील प्रशांत भूषण ने इनसे छेड़छाड़ की आशंका जताई तो पीठ ने कहा था कि क्या सिर्फ संदेह के आधार पर कोर्ट ईवीएम के बारे में आदेश दे सकता है जबकि इसका कोई ठोस सबूत भी नहीं है।
मतदाताओं को निर्वाचक फोटो पहचान पत्र जारी
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में मतदान के लिए फोटोयुक्त मतदाता परिचय पत्र अनिवार्य है, लेकिन इसके बिना भी वोट डाला जा सकता है। मतदाताओं को इसके विकल्प के रूप में उन 12 फाटोयुक्त पहचान पत्र दिखाना होगा जिसे निर्वाचन आयोग ने मान्य किया है। यह व्यवस्था मतदाताओं की सुविधा के लिए बनाई गई है। ताकि कोई भी मतदाता मतदान से वंचित न रहे। छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव अंतर्गत भारत निर्वाचन आयोग की ओर से सभी मतदाताओं को निर्वाचक फोटो पहचान पत्र जारी किए गए।
मतदान के लिए 12 वैकल्पिक फोटो पहचान
पहचान स्थापित करने के लिए 12 वैकल्पिक फोटो पहचान दस्तावेजों में से कोई एक प्रस्तुत करना होगा। जिसमें आधार कार्ड, मनरेगा जाब कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज एवं केंद्र सरकार, राज्य सरकार, लोक उपक्रम, पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, बैंकों व डाकघरों द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक, एनपीआर के अंतर्गत आरजीआइ द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना के अंतर्गत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड एवं सांसदों, विधायकों, विधान परिषद सदस्यों को जारी किए गए सरकारी पहचान पत्र और भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा दिव्यांगजनों को जारी यूनिक डिसएबिलिटी आइडी (यूडीआईडी) कार्ड शामिल है।
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने किए दो पोस्ट...
भूपेश बघेल स्वयं प्रत्याशी है और उसे भाजपा के लोग पोलिंग बूथ पर जाने से रोक रहे हैं.
भाजपा बूथों पर अपने गुंडे भेजकर लोगों को डराने, धमकाने का काम कर रही है. अपने खिलाफ लोगों का रुझान देखकर छर्रे और उनके आका दोनों बौखला गए हैं.
कांग्रेस के कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से अधिक से… pic.twitter.com/7OLIvwdGlx— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 26, 2024
लोकसभा के मतदाता फ़ोन करके शिकायत कर रहे हैं कि ईवीएम में बाकी प्रत्याशियों की फ़ोटो बड़ी और स्पष्ट है लेकिन मेरी फ़ोटो छोटी और अपेक्षाकृत अस्पष्ट है।
फ़ोटो तो वैसी ही दी गई थी जैसी चुनाव आयोग ने मांगी थी।
यह निष्पक्षता के @ECISVEEP दावों की कलई खोलता है। क्या यह षडयंत्रपूर्वक…— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 26, 2024