..तो संत होते मोदी
विकास का खाका खींचकर लगातार तीन बार गुजरात की सत्ता में पूर्ण बहुमत से पहुंचे नरेंद्र दामोदर भाई मोदी ने घर छोड़ने से पहले स्नातक की पढ़ाई की होती तो वह राजनेता नहीं बल्कि संत बनकर लोगों को प्रवचन दे रहे होते।
कुंभनगर। विकास का खाका खींचकर लगातार तीन बार गुजरात की सत्ता में पूर्ण बहुमत से पहुंचे नरेंद्र दामोदर भाई मोदी ने घर छोड़ने से पहले स्नातक की पढ़ाई की होती तो वह राजनेता नहीं बल्कि संत बनकर लोगों को प्रवचन दे रहे होते।
इसका खुलासा किसी और ने नहीं बल्कि मौनी अमावस्या पर संगम स्नान करने आए उनके छोटे भाई व गुजरात के सहायक सूचना निदेशक पंकज मोदी ने किया। नरेंद्र मोदी का नाम इन दिनों प्रधानमंत्री पद को लेकर सुर्खियों में है। वह संगम में डुबकी लगाने के लिए 12 फरवरी को प्रयाग आने वाले हैं। पंकज ने बताया कि हम चाहकर भी नरेंद्रभाई से नहीं मिल पाते, परिवार से उनका कोई संबंध नहीं है। वह साल में सिर्फ दो बार दीपावली व अपने जन्मदिन पर मां हीराबेन का आशीर्वाद लेने के लिए गांधीनगर स्थित आवास पर आते हैं, दस-पांच मिनट रुकने के बाद वापस चले जाते हैं, इसी दौरान हम आपस में मिलते हैं, परंतु बात कोई नहीं कर पाता। नरेंद्र मोदी के कठोर स्वभाव के बारे में उन्होंने बताया कि वह बचपन से अनुशासित रहे हैं।
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