धौनी ने मानी अपनी गलती
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने मंगलवार को अपनी गलती मानते हुए कहा कि एक गलत फैसले से हमने मैच गंवा दिया। मैंने गौतम को एक रन के लिए बुलाकर गलती की और वह रन आउट हो गया। साथ ही उन्होंने कहा, मैच को कैसे और कब अंजाम तक पहुंचाया जाए, इस बारे में उनका नजरिया गौतम गंभीर से अलग है।
एडिलेड। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने मंगलवार को अपनी गलती मानते हुए कहा कि एक गलत फैसले से हमने मैच गंवा दिया। मैंने गौतम को एक रन के लिए बुलाकर गलती की और वह रन आउट हो गया। साथ ही उन्होंने कहा, मैच को कैसे और कब अंजाम तक पहुंचाया जाए, इस बारे में उनका नजरिया गौतम गंभीर से अलग है।
धौनी ने कहा कि सबसे अहम क्रीज पर डटे रहना था। मैं अंत तक रुकना चाहता था, क्योंकि छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते समय पता होता है कि आपके बाद ज्यादा बल्लेबाज नहीं हैं। यदि अच्छी साझेदारियां बनी हों, तो मैच जीता जा सकता है। गंभीर के नजरिए के बारे में पूछने पर धौनी ने श्रीलंका के खिलाफ मैच टाई होने के बाद कहा, मैं मैच को 47वें या 48वें ओवर तक खत्म करने की जल्दबाजी में नहीं होता। मुझे खुशी होगी कि अगर मैं 50वें ओवर में भी ऐसा कर पाया तो। मेरा पास अन्य बल्लेबाजों का साथ नहीं था। मैं सिर्फ अपने काम को अंजाम तक पहुंचाना चाहता था।
भारतीय कप्तान ने स्पष्ट किया कि यह अलग-अलग लोगों का नजरिया है। उन्होंने कहा, प्रत्येक व्यक्ति के साथ यह नजरिया अलग-अलग होता है। कुछ लोग मैच जल्दी खत्म करना चाहते हैं, जोखिम उठाना चाहते हैं और मैच को खत्म कर देते हैं। बड़े मैदानों पर बड़े शाट खेलना मुश्किल है। आप आप ऐसा करते हैं तो यह आपके लिए फायदेमंद होना चाहिए। अन्यथा लगेगा कि इस समय यह शाट खेलने की जरूरत नहीं थी। धौनी ने मजाकिया लहजे में कहा कि वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ी को मैच 35वें ओवर तक खत्म करने में को दिक्कत नहीं है।
धौनी ने कहा, अगर आप वीरू पाजी [वीरेंद्र सहवाग] से पूछो तो वह मैच को 35वें ओवर तक खत्म करना पसंद करेंगे। उनका मानना है कि गेंद शाट मारने के लिए होती है। यह नजरिए का अंतर है। हमारे नजरियों में कुछ भी गलत नहीं है। लसिथ मलिंगा के 30वें ओवर में गेंदबाज के एक गेंद कम फेंकने के मुद्दे पर धौनी ने कहा, यह चीज हो चुकी है। हमने अतीत में देखा है कि [ओवर में कम गेंद फेंकने पर] तीसरा अंपायर हस्तक्षेप करता है। ऐसा हमारे साथ हुआ। तीन लोग, दो मैदानी अंपायर और तीसरा अंपायर तथा चौथे अंपायर और मैच रेफरी और स्कोरर [सभी इससे चूक गए]।
भारतीय कप्तान ने कहा, लेकिन इंसान गलती करते हैं। हम कोई विवाद नहीं चाहते। उम्मीद करते हैं कि ऐसा हमारे साथ या किसी अन्य टीम के साथ दोबारा न हो। धौनी और रविचंद्रन अश्विन ने 28 रन की अहम साझेदारी की और कप्तान ने कहा कि उन्होंने अपने साथी को सलाह दी थी कि वह गेंद को यार्कर समझकर नहीं खेले। उन्होंने कहा, मलिंगा के पास यार्कर और काफी अच्छी धीमी गेंद है जिससे वह काफी अच्छी तरह छकाता है। निचले क्रम के लिए लगातार उसकी गेंदों को समझना मुश्किल है। मैंने अश्विन को सिर्फ इतना कहा कि गेंद का इंतजार को लेकिन इसे यार्कर समझकर मत खेलो। अगर तुम इसे देखो तो प्रतिक्रिया दो। लेकिन उसने उसे धीमी गेंद पर छकाते हुए आउट कर दिया।
दूसरी तरफ, श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के कप्तान महेला जयवर्धने ने कहा कि हमने कई गलतियां कीं। कैच छोड़े और रन आउट के मौके गंवाए। मैच कभी भी हमारी गिरफ्त में नहीं था। हमें खुशी है कि दो अंक मिल गए।
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