देवी भागवत पुराण से बढ़कर कोई पुराण नही
देवी भागवत नामक पुराण से बढ़कर कोई पुराण नही है। भागवत कथा पढ़ने व सुनने से कोई भी पदार्थ दुर्लभ नही रह सकता है।
गाजियाबाद। देवी भागवत नामक पुराण से बढ़कर कोई पुराण नही है। भागवत कथा पढ़ने व सुनने से कोई भी पदार्थ दुर्लभ नही रह सकता है। इनकी कृपा से सभी कष्टों का निवारण शीघ्र हो जाता है। दूधेश्वरनाथ मंदिर में चल रहे संत सनातन कुंभ के दूसरे दिन भागवत कथा के करते हुए कथा व्यास श्री महामण्डेलश्वर स्वामी महेशानन्द गिरि ने कहा।
कथा में उन्होंने कहा जो मनुष्य परम अमृत स्वरूप इस कथा को पढ़ता व सुनता है। संसार में भगवती की कृपा से उसके सभी मनोरथ पूर्ण हो जाते है। शनिवार से शुरू हुए दूधेश्वरनाथ मंदिर में चल रहे संत सनातन कुंभ के दूसरे दिन भी बड़ी संख्या में विभिन्न क्षेत्रो से संत शामिल हुए। इस दौरान शतचण्डी यज्ञ भी आयोजित किया गया। महंत नारायण गिरि ने कहा पृथ्वी भी एक मां है। एक हिंदुस्तान ही ऐसा स्थान है। जहां पृथ्वी को भारत माता कहा जाता है। पूरे विश्व में कहीं भी पृथ्वी को माता नही कहा जाता है। पृथ्वी पर मनुष्य जन्म लेने के बाद ही धन्य हो जाता है। मंदिर के प्रवक्ता डा. वीके शर्मा ने कहा कि प्रात शतचण्डी यज्ञ किया गया, इसके उपरांत रुद्राभिषेक किया गया। कथा के दौरान समाज सेवी मदन लाल चड्ढ़ा, धर्मपाल गर्ग, हरिश शर्मा, धर्मेन्द्र अग्रवाल आदि उपस्थित थे।
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