सचिन पर प्रयोग से हैरान हैं अकरम
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम टीम इंडिया की रोटेशन नीति से हैरान हैं। उन्होंने सोमवार को कहा कि इस तरह की नीति उपमहाद्वीप में कारगर नहीं है और भारतीय टीम प्रबंधन को सचिन तेंदुलकर जैसे स्तर के खिलाड़ी को बाहर नहीं रखना चाहिए था। उन्होंने चेतावनी दी, सचिन के साथ प्रयोग मत करो।
एडिलेड। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम टीम इंडिया की रोटेशन नीति से हैरान हैं। उन्होंने सोमवार को कहा कि इस तरह की नीति उपमहाद्वीप में कारगर नहीं है और भारतीय टीम प्रबंधन को सचिन तेंदुलकर जैसे स्तर के खिलाड़ी को बाहर नहीं रखना चाहिए था। उन्होंने चेतावनी दी, सचिन के साथ प्रयोग मत करो।
अकरम ने कहा, रोटेशन प्रणाली दुनिया के हमारे हिस्से में नहीं चलती। सचिन जैसे खिलाड़ी को आराम नहीं दिया जाना चाहिए। भारत तेंदुलकर के बिना भी एडिलेड में जीता है, लेकिन महान खिलाड़ी की मौजूदगी विरोधी टीम के दिलों दिमाग में रहती है। इसलिए ही वह सचिन तेंदुलकर हैं। तेंदुलकर के स्तर को देखते हुए उनको टीम से बाहर रखने के प्रयोग को अनदेखा किया जा सकता था। अगर कोई फिटनेस समस्या नहीं है, तो उनको प्रत्येक मैच में खिलाया जाना चाहिए। तेंदुलकर की क्षमता या तैयारियों पर अगर किसी को शक है, तो टीम प्रबंधन में कुछ गड़बड़ी है।
तीन देशों की क्रिकेट सीरीज में रोटेशन प्रणाली के तहत सचिन को रविवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में टीम से बाहर रखा गया था। चयनकर्ताओं ने तेंदुलकर को शायद इसलिए आराम दिया हो कि वह अपना सौवां शतक पूरा कर सकें। लेकिन अकरम का मानना है कि सचिन के इस लक्ष्य को पूरा करने देने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि उन्हें खेलने दिया जाए। उन्होंने कहा, अगर रोटेशन नीति लागू ही करनी है, तो यह सभी ग्यारह स्थानों के लिए होनी चाहिए। तेंदुलकर महान खिलाड़ी हैं। कब और कैसे उन्हें क्रिकेट से विदा होना है यह उन पर ही छोड़ देना चाहिए। बीसीसीआइ और चयनकर्ताओं को उनसे बात करनी चाहिए। अगर वह 2015 का विश्व कप खेलना चाहते हैं, तो बात यहीं पर खत्म होती है। उन्होंने कहा कि अगर वे तेंदुलकर की जगह होते, तो वनडे छोड़कर टेस्ट करियर को आगे बढ़ाते।
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