संत बोले, अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण जरूरी
विश्व हिंदू परिषद की ओर से मंगलवार को सिविल लाइंस स्थित समिति केंद्र में संत सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान संतों ने अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण को जरूरी बताया। संतों ने यह भी कहा कि अयोध्या में राम जन्म भूमि के पास मंदिर के अलावा कोई अन्य निर्माण नहीं होने दिया जाए। साथ ही, निर्माण के जरूरी समर्थन हासिल करने में देरी न की जाए।
लुधियाना। विश्व हिंदू परिषद की ओर से मंगलवार को सिविल लाइंस स्थित समिति केंद्र में संत सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान संतों ने अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण को जरूरी बताया। संतों ने यह भी कहा कि अयोध्या में राम जन्म भूमि के पास मंदिर के अलावा कोई अन्य निर्माण नहीं होने दिया जाए। साथ ही, निर्माण के जरूरी समर्थन हासिल करने में देरी न की जाए।
सम्मेलन में पंजाब के विभिन्न जगहों से आए संतों में स्वामी चंद्रेश्वर गिरी, महामंडलेश्वर रमेश शास्त्री, स्वामी नरहरिदास, स्वामी शंभुनाथ शास्त्री, स्वामी जतिंदर दास, स्वामी श्री निवास, स्वामी मनोज, निर्मल स्वामी , स्वामी रामेश्वर दास, स्वामी ब्रजमोहन शास्त्री व स्वामी यज्ञनाथ पहुंचे। इस दौरान स्वामी नरहरिदास ने कहा कि अयोध्या की भूमि पर भगवान राम का जन्म हुआ। ये माननीय कोर्ट ने भी माना है। इसलिए मंदिर निर्माण में अब देरी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र व सांसद विशेष कानून बना कर राम मंदिर निर्माण शुरू कराएं। क्योंकि कोर्ट में केस लंबा खींच जाते हैं। विशेष कानून के जरिए मंदिर निर्माण का काम जल्द शुरू हो सकेगा।
स्वामी चंद्रेश्वर गिरी ने कहा कि हिंदू समाज में अयोध्या का सांस्कृतिक व धार्मिक महत्व बहुत बड़ा है। वहां राम मंदिर बने, ये जरूरी है। संत अन्य धर्म का आदर करते हैं। इस लिए भाइचारे को मजबूत करने के लिए अन्य धर्म के लोगों को मंदिर निर्माण के लिए सहयोग देना चाहिए।
विहिप के स्वाती अतुल कृष्ण ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए जनजागरण अभियान चलाया जाएगा। इस अवसर पर विहिप के स्वामी अतुल कृष्ण, राम कृष्ण श्रीवास्तव व आशीष बोनी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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