Move to Jagran APP

आमरण अनशन पर बैठे योगी की हालत बिगड़ी

मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर सेक्टर 12 में हुई भगदड़ के दौरान कुछ लोगों की दब कर मौत होने का दावा करने वाले डॉ. जय सिंह योगी का आमरण अनशन बृहस्पतिवार को भी जारी रहा। उनका कहना है कि जब तक मेला प्रशासन उन लाशों का खुलासा नहीं कर देता, तब तक उनका अनशन जारी रहेगा। छठवें दिन हालत बिगड़ने की सूचना पर मजिस्ट्रेट और डॉक्टरों ने उनका हाल लिया।

By Edited By: Published: Fri, 22 Feb 2013 12:50 PM (IST)Updated: Fri, 22 Feb 2013 12:50 PM (IST)

कुंभनगर, जागरण संवाददाता। मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर सेक्टर 12 में हुई भगदड़ के दौरान कुछ लोगों की दब कर मौत होने का दावा करने वाले डॉ. जय सिंह योगी का आमरण अनशन बृहस्पतिवार को भी जारी रहा। उनका कहना है कि जब तक मेला प्रशासन उन लाशों का खुलासा नहीं कर देता, तब तक उनका अनशन जारी रहेगा। छठवें दिन हालत बिगड़ने की सूचना पर मजिस्ट्रेट और डॉक्टरों ने उनका हाल लिया। डॉ. जय सिंह योगी का आरोप है कि मेला प्रशासन संवेदनहीन है। आमरण अनशन के छठवें दिन भी कोई अधिकारी उनसे मिलने नहीं आया। उनकी मांग है कि सेक्टर 12 में हुई मौतों की घटना की सीबीआइ जांच कराई जाए, जब तक ऐसा नहीं होता वह अनशन पर बैठे रहेंगे। अधोक्षजानंद का अभिनंदन

loksabha election banner

इलाहाबाद। सज्जा-ए- नसीम एवं सिख सभा की ओर से चीफ स्टैंडिंग काउंसिल कमरूल हसन सिद्दकी, सम्स करेली में आयोजित अभिनंदन समारोह में गुरुवार को स्वामी अधोक्षजानंद का सम्मान किया गया। इस अवसर पर सैय्यद महमूद, सरदार जोगिंदर सिंह, असरार गांधी, प्रो. डॉ. मो. कलीम, आफताब हासमी, शाह आफताब, वरिष्ठ अधिवक्ता प्रमान नकवी सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे। गुण प्रकाश बने प्रबल जी के उत्तराधिकारी

कुंभनगर। सैकड़ों संतों की मौजूदगी में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच स्वामी डॉ. गुण प्रकाश चैतन्य का पट्टाभिषेक किया गया। कुंभक्षेत्र स्थित अखिल भारत वर्षीय धर्मसंघ के शिविरम में आयोजित पट्टाभिषेक समारोह में संत व उनके भक्त भी मौजूद थे। सबसे पहले स्वामी डॉ. गुणप्रकाश का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच ब्राह्मणों ने शुद्धिकरण किया। फिर विधि-विधान से पूजन कराया। इसके बाद प्रबल जी महाराज ने उनका पट्टाभिषेक करके अपना उत्तराधिकारी बनाया। संतों ने उन्हें बारी-बारी से आशीर्वाद देकर सनातन धर्म हित में कार्य करने की सीख दी। स्वामी डॉ. गुण प्रकाश चैतन्य ने चार साल की उम्र में संन्यास लिया था, वह तंत्र विद्या एवं व्याकरण से पीएचडी हैं। उन्होंने कहा कि प्रबल जी महाराज का उत्तराधिकारी बनना सौभाग्य की बात है।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.