पांडु पिंडारा तीर्थ का विकास हो
महाभारत कालीन पांडु पिंडारा तीर्थ के विकास के लिए समाजसेवी एवं श्री सोम तीर्थ राज सेवा युवा मंडल के अध्यक्ष भरत सिंह गिल पिछले 15 वर्षो से अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। उनके प्रयासों की बदौलत आज महाभारत कालीन पिंडारा तीर्थ का विकास हो रहा है।
जींद। महाभारत कालीन पांडु पिंडारा तीर्थ के विकास के लिए समाजसेवी एवं श्री सोम तीर्थ राज सेवा युवा मंडल के अध्यक्ष भरत सिंह गिल पिछले 15 वर्षो से अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। उनके प्रयासों की बदौलत आज महाभारत कालीन पिंडारा तीर्थ का विकास हो रहा है। यही नहीं यहां आने वाले श्रद्धालुओं को स्वच्छ पानी प्रदान के लिए अंडर ग्राउंड पाइप लाइन भी बिछाकर पानी डाला गया है ताकि सोमवती अमावस्या के दिन श्रद्धालुओं को परेशानी न हो।
पांडु पिंडारा तीर्थ महाभारत कालीन है। यहां पर पांडुओं ने अपने पूर्वजों का पिंडदान किया था। इसके बाद से यह तीर्थ काफी प्रसिद्ध है, लेकिन लंबे समय से यह तीर्थ अनदेखी का शिकार है। यह तीर्थ कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के अधीन आता है। इसके विकास के लिए समाजसेवी भरत सिंह गिल पिछले 15 सालों से आवाज उठा रहे हैं।
वह कई बार तीर्थ के विकास के लिए जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक ज्ञापन सौंप चुके हैं। 26 जून 2010 को उन्होंने मुख्यमंत्री को अंडर ग्राउंड पाइप लाइन व अन्य विकास के लिए ज्ञापन सौंपा था, जिसकी बदौलत मुख्यमंत्री ने एक करोड़ रुपये विकास के लिए जारी किए। इसके तहत अब अंडर ग्राउंड पाइप लाइन तैयार हो चुकी है और रजवाहा नंबर-चार से स्वच्छ पानी तीर्थ में डाला गया है।
तीर्थ के 34 एकड़ छह मरले जमीन को कुरुक्षेत्र की तरह विकसित करने की मांग कर चुके हैं। उनका प्रयास है कि यहां पर भी पिंड दान करने के लिए अलग से जगह होनी चाहिए और श्रद्धालुओं के स्नान के लिए अलग जगह होनी चाहिए। तीर्थ पर मरकरी लाइट लगवाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। गिल का कहना है कि महाभारत कालीन तीर्थ पांडु पिंडारा का बहुत महत्व है। यहां पर सोमवती अमावस्या पर प्रदेश से ही नहीं बल्कि दूसरे प्रदेशों से श्रद्धालु आते हैं। इसलिए इसका विकास जरूरी है। जिला प्रशासन व सरकार के सहयोग से तीर्थ का पूर्ण विकास हो रहा है।
पर्यटन मंत्रालय के अधिकारियों से मिलेंगे पदाधिकारी-
पांडु पिंडारा एतिहासिक धार्मिक तीर्थ स्थल को राष्ट्रीय धरोहर का दर्जा दिलवाने एवं इसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करवाने के लिए जल्द ही तीर्थ स्थल की प्रबंध कमेटी के पदाधिकारी पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार से बातचीत करेंगे। पांडु पिंडारा धार्मिक तीर्थ स्थल सोमतीर्थ राज सेवा युवा मण्डल के प्रधान भरत सिंह गिल ने बताया कि इस पवित्र तीर्थ स्थल के विकास के लिए केंद्र और राच्य सरकार से समय-समय पर आर्थिक व अन्य प्रकार की सहायता मिल रही है, जिससे यह धार्मिक धरोहर अब तक अस्तित्व में बनी हुई है।
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