हर गली-चौराहे बयां करेंगे गंगा की दशा
नगर की हर गली और हर चौराहे 31 मार्च से गंगा की दशा को बयां करते नजर आएंगे। पोस्टर, बैनर, बिल्ले के जरिए काशी वासियों को गंगा निर्मलीकरण से जोड़ने के इस अभियान का शुभारंभ शनिवार दोपहर ठीक 12 बजे कैंट स्टेशन के निकट मुस्लिम नेता अतहर जमाल लारी और दीना सिंह दीनू करेंगे।
वाराणसी। नगर की हर गली और हर चौराहे 31 मार्च से गंगा की दशा को बयां करते नजर आएंगे। पोस्टर, बैनर, बिल्ले के जरिए काशी वासियों को गंगा निर्मलीकरण से जोड़ने के इस अभियान का शुभारंभ शनिवार दोपहर ठीक 12 बजे कैंट स्टेशन के निकट मुस्लिम नेता अतहर जमाल लारी और दीना सिंह दीनू करेंगे।
यह निर्णय शुक्रवार को शंकराचार्य घाट पर नगर के विभिन्न संगठनों द्वारा आयोजित बैठक में किया गया। बैठक में मौजूद सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक व धार्मिक संगठनों ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए हर स्तर पर मदद करने की घोषणा की। साथ ही शनिवार से ही गंगा निर्मलीकरण अभियान से जुड़ा एक जत्था गंगाजल बोतल में भर कर अधिकारियों को पीने के लिए उनके दफ्तरों में पहुंचाने का काम करेगा। पीने से मना करने पर इसका कारण पूछा जाएगा और उसी कारण को लिखित रूप से सरकार को भेजने का उनसे आग्रह किया जाएगा। इसके अलावा उनसे गंगा को गंगा के अनुरूप बनाने के इस अभियान में शिरकत करने का भी अनुरोध किया जाएगा।
इधर, सांकेतिक उपवास का क्रम शुक्रवार को भी जारी रहा। इस क्रम में डॉ. शंभूनाथ सिंह शोध संस्थानम के सदस्यों ने शंकराचार्य घाट पर पूरे दिन उपवास रखा। बैठक में अविछिन्न गंगा सेवा अभियानम के प्रदेश समन्वयक राकेशचंद्र पाण्डेय ने अवगत कराया कि अलकनंदा पर चल रहे निर्माण को रोक कर सरकार ने अपनी सकारात्मक मंशा जाहिर की है। यह भी बताया कि अभियानम के सार्वभौम संयोजक स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सरकार की इस घोषणा की स्थलीय जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम को मौके पर भेजा है। शनिवार तक इसकी रिपोर्ट आ जाएगी। शंकराचार्य घाट स्थित तपस्या पीठ की कमान संभाले ब्रहृमचारी कृष्णप्रियानंद ने कहा कि गंगा के लिए संत समाज प्राण न्यौछावर करने को दृढ़ संकल्पित है। यदि सरकार गंगा निर्मलीकरण के अपने वायदे से मुकरती है तो हजारों संत काशी में आ खड़े होंगे।
रोज की ही भांति श्रीविद्यामठ के बटुकों ने प्रात: श्रीरामचरितमानस, हनुमान चालीसा का पाठ और भजन-कीर्तन किया। सायंकाल आध्यात्मिक उत्थान मंडल महिला शाखा की महिलाओं ने हरिकीर्तन व श्रीरामचरितमानस पाठ किया। गंगा आंदोलन को सफल बनाने का अनुष्ठान हिंदू सेवा मंच, भाजपा पंचायत प्रकोष्ठ और बीएचयू, विद्यापीठ से जुड़े छात्रनेताओं की बैठक अस्सी घाट पर हुई। इसमें गंगा को गंगा के अनुरूप बनाने के लिए गंगा आंदोलन को सफल बनाने का आहृवान किया गया। सूबेदार पाण्डेय, सत्यब्रत पाल, समीर ठाकुर, कमल नयन त्रिपाठी, सत्यम ओझा, धर्मेद्र मिश्रा, कृष्ण कुमार, विवेक सिंह, नंदलाल शर्मा, विनय पाण्डेय, संगम सेठ, राजीव सिंह, दीपक, कुमार गौरव, संदीप कन्नौजिया आदि ने विचार व्यक्त किए। सरकार का विरोध- मुस्लिम समाज ने बनाई मानव श्रृंखला और की दुआख्वानी कोटवां में वरुणा तट शुक्रवार को गंगो-जमुनी तहजीब का साक्षी बना। यहां मस्जिदिया घाट पर सैकड़ों मुस्लिम बंधुओं ने जुमा की नमाज के बाद मानव श्रृंखला बनाई और माथे पर काली पट्टी बांध कर सरकार के अडि़यल रवैये का विरोध किया। आदर्श भारतीय संघ के बैनर तले आयोजित इस कार्यक्रम में मुस्लिम भाइयों के साथ ही हिंदू समाज के लोगों ने भी आवाज बुलंद की और कहा कि गंगा सिर्फ एक नदी नहीं बल्कि मानव जीवन के लिए वरदान है। संकल्प लिया गया कि गंगा के सवाल पर हिंदू अकेले नहीं बल्कि मुस्लिम समाज भी साथ है।
मां गंगा दैनिक आरती सेवा समिति के संचालक श्रीनारायण द्विवेदी ने कहा कि भगवान शिव ने ही मां गंगा को अपनी जटा से पृथ्वी पर भेजा लिहाजा भगवान शिव ही सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करेंगे। घोषणा के मुताबिक गंगा आरती बंद कर सांकेतिक आरती शुरू की गई।
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