एक साथ दर्शन करेंगे अखाड़े
महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ मंदिर में अखाड़े एक साथ दर्शन करेंगे। अखाड़ेवार संन्यासियों के बीच 50-50 गज की दूरी रहेगी। इस गैप को भरेगा भारी पुलिस बल जो पायलटिंग करता चलेगा।
वाराणसी। महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ मंदिर में अखाड़े एक साथ दर्शन करेंगे। अखाड़ेवार संन्यासियों के बीच 50-50 गज की दूरी रहेगी। इस गैप को भरेगा भारी पुलिस बल जो पायलटिंग करता चलेगा। सबसे आगे होगा जूना अखाड़ा और उसके बाद महानिर्वाणी और निरंजनी अखाड़े के संन्यासी होंगे। नागा संन्यासियों के दर्शन के लिए मंदिर में सुबह 8.30 से 11 बजे तक का समय आरक्षित रहेगा।
शुक्त्रवार की शाम प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक में अखाड़ों के बीच सहमति बनी। दर्शन के लिए अलग समय के लिए अड़े महानिर्वाणी अखाड़े ने श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर एक साथ दर्शन करने पर सहमति दे दी।
सचिव रवींद्र गिरी ने बताया कि महानिर्वाणी अखाड़े के संन्यासी सुबह 8.30 बजे शिवाला से चलकर 9.30 बजे छत्ताद्वार पहुंचेंगे। काशी विश्वनाथ का दर्शन पूजन और गुरु महाराज का स्पर्श कराएंगे। माता अन्नपूर्णा और ढुंढीराज के दर्शन के बाद अखाड़े को लौट जाएंगे।
ज्ञात हो कि महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ के दर्शन की जूना अखाडे़ में परंपरा रही है। अन्य अखाड़ों के समय मांगे जाने पर प्रशासन ने उन्हें इसके लिए एक साथ जाने का प्रस्ताव किया था जिस पर जिच थी। परंपरानुसार जूना अखाड़ा सुबह 8.30 से 8.45 के बीच दर्शन के लिए मंदिर पहुंचेगा।
निरंजनी अखाड़े में पट्टाभिषेक : पंचायती अखाड़ा निरंजनी की ओर से शनिवार को केरल आश्रम के स्वामी अभिषेक चैतन्य गिरी महाराज का महामंडलेश्वर पट्टाभिषेक किया जाएगा। इसके लिए दक्षिणामूर्ति मठ (मिसिर पोखरा) में पूर्वाह्न 10 बजे से समारोह होगा। निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी पुण्यानंद गिरी अध्यक्षता करेंगे।
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