कुंभ की सफलता को लिया यमुना मइया का आशीष
कुंभ के दौरान आग तबाही नहीं मचा पाएगी। इससे पहले कि लपटें बेकाबू हों पैदल और बाइक पर सवार फायर मैन तत्काल मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित कर लेंगे।
इलाहाबाद। कुंभ के दौरान आग तबाही नहीं मचा पाएगी। इससे पहले कि लपटें बेकाबू हों पैदल और बाइक पर सवार फायर मैन तत्काल मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित कर लेंगे। भीड़ हटते ही फायर ब्रिगेड की बड़ी गाडि़यां भी पहुंच जाएंगीं। अब तक फायर ब्रिगेड में सिर्फ बड़ी गाडि़यों का ही इस्तेमाल किया जाता था। ये गाडि़यां भीड़ में फंसकर जब तक मौके पर पहुंचती थीं स्थिति अनियंत्रित हो चुकी होती थी।
कुंभ के दौरान आग से निपटने के लिए मेला क्षेत्र में 30 फायर स्टेशन बनाए गए हैं। हर थाना क्षेत्र में एक फायर स्टेशन की व्यवस्था की गई है। इन स्टेशनों पर एक-एक फायर ऑफिसर और तकरीबन डेढ़ दर्जन अग्निशमन कर्मी मौजूद रहेंगे। इन स्टेशनों पर एक-एक फायर इंजन यानी अग्निशमन दस्ते की 30 बड़ी गाडि़यां मौजूद होंगी। 15 फायर इंजन मेला क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर मौजूद रहेंगे। बड़ी गाडि़यों के साथ भीड़-भाड़ वाले इलाकों को कवर करने के लिए इस बार नए प्रयोग भी किए गए हैं। मसलन भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने के लिए छह बाइक सवार दस्ता (बाइक बॉटल वाटरिस्ट), एक दर्जन ट्रॉली वाटरिस्ट और 31 बैक पैक वाटरिस्ट मौजूद रहेंगे। एसएसपी कुंभ मेला मीडिया प्रभारी सुनील दत्त दुबे का कहना है कि आग से निपटने की व्यवस्था पहली बार की जा रही है।
बाइक बॉटल वाटरिस्ट- यह अग्शिमन कर्मियों का बाइक सवार दस्ता है। बाइक पर एक बड़े सिलेंडर में पानी रखकर अग्शिमन उपकरणों से लैस फायर मैन पलक झपते ही पूरे क्षेत्र में कहीं भी पहुंचने में तत्पर रहेंगे।
ट्रॉली वाटरिस्ट- यह ट्रॉली पर पानी के बड़े कंटेनर से लैस अग्शिनकर्मियों का दस्ता होगा। जो बाइक सवार फायर कर्मियों को आग लगने पर पीछे से कवर करेगा।
बैक पैक वाटरिस्ट- अग्निशमन दल का यह सबसे महत्वपूर्ण दस्ता होगा। इस दस्ते में पैदल फायर मैन होंगे, जो अपनी पीठ पर पानी का सिलेंडर लादकर अत्यंत व्यस्त स्थान पर पहुंचने की क्षमता रखेंगे।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर