Move to Jagran APP

भिक्षु की हालत स्थिर, तपस्या को भारी समर्थन

भारतीय संस्कृति की जीवन रेखा मां गंगा की निर्मलता व अविरलता सुनिश्चित करने की मांग को लेकर शंकराचार्य घाट पर तपस्या का दौर मंगलवार को भी अनवतर चलता रहा।

By Edited By: Published: Wed, 28 Mar 2012 12:28 PM (IST)Updated: Wed, 28 Mar 2012 12:28 PM (IST)
भिक्षु की हालत स्थिर, तपस्या को भारी समर्थन

वाराणसी। भारतीय संस्कृति की जीवन रेखा मां गंगा की निर्मलता व अविरलता सुनिश्चित करने की मांग को लेकर शंकराचार्य घाट पर तपस्या का दौर मंगलवार को भी अनवतर चलता रहा। दूसरी ओर शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय में भर्ती तपस्यारत गंगाप्रेमी भिक्षु की हालत स्थिर बनी हुई है।

loksabha election banner

काशी विद्वत परिषद सहित कई और संगठनों ने आंदोलन को अपना समर्थन देने की घोषणा की है। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती भी मंगलवार को वाराणसी पहुंचे। स्वामी जी ने मां गंगा के लिए लिया गया संकल्प साकार होने तक तपस्या जारी रहने की घोषणा की। यह भी बताया कि आगामी 17 अप्रैल को मां गंगा पर दिल्ली में होने वाली बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री व स्वामी सानंद भाग लेंगे। चिकित्सकों की टीम ने गंगाप्रेमी भिक्षु के स्वास्थ्य का परीक्षण किया। उनका ईसीजी भी कराया गया। मेडिकल जांच रिपोर्ट के अनुसार गंगाप्रेमी का वजन 35 किलोग्राम, ब्लड प्रेशर 102/80, पल्स रेट 50 पी.एम. रहा। उनके मूत्र में कीटोन बॉडी पॉजीटिव पाई गई। उनका हीमोग्लोबिन काफी कम हो गया है। भिक्षु ने मीडिया से कहा कि वे ठीक हैं और कहीं भी रहें, उनकी गंगा तपस्या जारी रहेगी।

उधर केदारघाट स्थित तपस्या स्थल पर ब्रहृचारी कृष्ण प्रियानन्द ने तपस्या स्थली की कमान अपने हाथ में ले ली है। विभिन्न संगठनों के लोग तपस्या स्थल पर पहुंचकर ब्रहृमचारी कृष्ण प्रियानंद से मिले और उन्हें अपना समर्थन दिया। तपस्या स्थल पर पहुंचने वालों का स्पष्ट मत था कि अब गंगा की आवाज को दबाया नहीं जा सकता। काशी विद्वत परिषद के अध्यक्ष व राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित प्रो.रामयत्न शुक्ल भी तपस्यास्थल पर पहुंचे और प्रधानमंत्री के नाम लिखा एक पत्र समर्पित किया।

प्रो.शुक्ल ने गंगा की अविरलता व निर्मलता से जुड़े पत्र को प्रधानमंत्री तक पहुंचाने का आग्रह किया। इससे पूर्व प्रात: पं.रूपेश तिवारी ने भिक्षु को श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण कराया। प्रतिदिन की भांति सायं 5 से 6 बजे तक अखिल भारतीय आध्यात्मिक उत्थान मंडल की महिला सदस्याओं ने रामचरित मानस का पाठ किया और गंगा की अविरलता-निर्मलता के लिए प्रार्थना की।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.