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बारिश से डेढ़ घंटे अमरनाथ यात्रा रुकी

बाबा अमरनाथ यात्रा के दौरान पहलगाम रूट पर शुक्रवार दोपहर को तेज बारिश हुई। इसके बाद श्रद्धालुओं के जत्थे को सुरक्षा कर्मियों ने करीब डेढ़ घंटे रोक दिया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बाद में मौसम साफ होने के बाद यात्रा रवाना की गई।

By Edited By: Published: Sat, 14 Jul 2012 04:32 PM (IST)Updated: Sat, 14 Jul 2012 04:32 PM (IST)

जम्मू। बाबा अमरनाथ यात्रा के दौरान पहलगाम रूट पर शुक्रवार दोपहर को तेज बारिश हुई। इसके बाद श्रद्धालुओं के जत्थे को सुरक्षा कर्मियों ने करीब डेढ़ घंटे रोक दिया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बाद में मौसम साफ होने के बाद यात्रा रवाना की गई।

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अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने बारिश के बाद श्रद्धालुओं को सावधानी से चलने की हिदायत दी। मौसम विभाग ने भी आगामी चौबीस घंटे के दौरान बारिश की संभावना जताई है। वहीं शुक्त्रवार को तेरह हजार श्रद्धालु बालटाल और पहलगाम से पवित्र गुफा के लिए रवाना हुआ। इसके अलावा यात्रा मार्ग पर दो ओर श्रद्धालुओं की हृदय गति रुकने से मौत हो गई। उनकी पहचान राजेंद्र पाटीधार पुत्र मोहन पाटीधार निवासी मध्य प्रदेश और शंकुतला पत्‍‌नी गनेश्वर प्रसाद के रूप में हुई है।

स्वास्थ्य प्रमाणपत्र के बिना यात्रा पर जा रहे साधु -

श्री अमरनाथ यात्रा मार्ग पर एक तरफ श्रद्धालुओं की मौतों की संख्या बढ़ रही है तो दूसरी ओर स्वास्थ्य जांच किए बिना ही साधु यात्रा पर रवाना हो रहे हैं। साधुओं के लिए स्वास्थ्य प्रमाणपत्र अनिवार्य नहीं है। अब तक 6250 साधुओं का पंजीकरण हो चुका हैं। 5350 साधुओं ने दर्शन कर लिए हैं। अभी तक किसी साधु का स्वास्थ्य प्रमाणपत्र लिया ही नहीं गया। श्री राम मंदिर पुरानी मंडी या अन्य ठहराव स्थलों पर डॉक्टरों की टीम भी मौजूद है, लेकिन वे महज उन साधुओं के स्वास्थ्य की जांच करते हैं जो अस्वस्थ होने के कारण जांच केंद्रों पर आते हैं। श्री राम मंदिर में मेडिकल व पैरा मेडिकल का दस लोगों का स्टाफ तैनात है। यात्री निवास में स्वास्थ्य प्रमाणपत्र पाने के लिए श्रद्धालुओं का तांता है। बिना स्वास्थ्य प्रमाणपत्र के किसी भी श्रद्धालु को यात्रा पर रवाना नहीं होने दिया जाता। श्री राम मंदिर के महंत रामेश्वर दास स्वास्थ्य प्रमाणपत्र को महज औपचारिकता ही मान रहे हैं। भीड़ में कितनों का सही तौर पर स्वास्थ्य जांच होता होगा, इस पर कई सवाल उठते हैं। इसके लिए हम सरकार को दोषी नहीं ठहरा सकते। लोगों को यात्रा को लेकर स्वास्थ्य के बारे में जागरूक होना पड़ेगा।

यात्रा मार्ग पर डॉक्टरों की टीम भेजे केंद्र-

सोशल सिविल सोसायटी फार पीस एंड लीगल अवेयरनेस ने केंद्र सरकार से अपील की है कि श्री अमरनाथ यात्रा मार्ग पर 60 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत की जांच के लिए डाक्टरों की टीम भेजी जाए। शुक्त्रवार को सोसायटी के प्रधान खेम राज बाली और वरिष्ठ उपप्रधान देव राज बाली की अध्यक्षता में हुई बैठक में अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की मौत पर गहरी चिंता व्यक्त की गई। बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों व गणमान्य लोगों का कहना था कि श्राइन बोर्ड और राज्य सरकार के बीच तालमेल के अभाव के चलते इतने लोगों को जान गवानी पड़ी है। ऐसे हालात में केंद्र को ही जिम्मा लेना होगा। केंद्र वरिष्ठ डॉक्टरों की एक टीम को यात्रा मार्ग पर भेजकर मौत के कारणों का पता लगाए, ताकि उचित प्रबंध किए जा सकें। बैठक में कुंदन लाल दत्त, मुहम्मद इकबाल, अश्रि्वनी कुमार वैद, एमसी दत्ता, देव राज बाली, गनी श्याम छिब्बर, मास्टर गिरधारी लाल शर्मा, गुलशन कुमार, सीता राम, सतपाल मैंगी, राजेन्द्र चौहान, लेख राज खजूरिया आदि मौजूद थे।

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