बहुत कठिन है डगर फाइनल की
सीबी सीरीज से बाहर होने की कगार पर खड़ी टीम इंडिया को अगर फाइनल में जगह बनानी है तो उसे मंगलवार को होने वाले अपने अंतिम लीग मैच में श्रीलंका को हराना होगा, वो भी बोनस अंक के साथ। इतना ही नहीं उसे इस काम में भगवान का भी सहारा लेना पड़ेगा क्योंकि अगर श्रीलंका दो मार्च को अंतिम लीग मैच में आस्ट्रेलिया को हरा देता है तो भारत की उम्मीदें खत्म हो जाएंगी और उसकी मौजूदा स्थिति से ये तो साफ है ये डगर बहुत कठिन है।
होबार्ट। सीबी सीरीज से बाहर होने की कगार पर खड़ी टीम इंडिया को अगर फाइनल में जगह बनानी है तो उसे मंगलवार को होने वाले अपने अंतिम लीग मैच में श्रीलंका को हराना होगा, वो भी बोनस अंक के साथ। इतना ही नहीं उसे इस काम में भगवान का भी सहारा लेना पड़ेगा क्योंकि अगर श्रीलंका दो मार्च को अंतिम लीग मैच में आस्ट्रेलिया को हरा देता है तो भारत की उम्मीदें खत्म हो जाएंगी और उसकी मौजूदा स्थिति से ये तो साफ है ये डगर बहुत कठिन है।
टीम के जज्बे की बात करें तो कप्तान धौनी भी पहले ही कह चुके हैं कि बेहद कठिन है। आंकड़े और हालात भले ही पक्ष में नहीं हैं, लेकिन इस सीरीज में टीमें बोनस अंक के साथ जीत दर्ज करती रही हैं, लिहाजा भारत को उम्मीद करनी होगी कि वह भी ऐसा करने में सफल रहे। नहीं तो उसे टेस्ट सीरीज में वाइटवाश के बाद एक और शर्मनाक प्रदर्शन के साथ आस्ट्रेलिया से रवाना होना होगा। बोनस अंक तब दिया जाता है जब कोई टीम विरोधी टीम से 1.25 गुना रन रेट हासिल करे। टीम का रन रेट पारी के दौरान बनाए रनों को उसके द्वारा खेले ओवरों की संख्या से विभाजित करके तय किया जाता है। ऐसी स्थिति में भारत को विरोधी टीम के लक्ष्य को 40 ओवर में हासिल करना होगा या फिर पहले बल्लेबाजी करने के बाद विरोधी टीम को जल्द से जल्द आउट करना होगा। टीम इंडिया के लिए बोनस अंक हासिल करना आसान नहीं होगा क्योंकि अपने अधिकांश मैचों में वह आलआउट हुई है। उसे पिछले तीन मैचों में 101, 51 और 87 रन की करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है।
भारत का कोई भी बल्लेबाज सीरीज में अब तक शतक नहीं लगा पाया है, जबकि उसकी ओर से कोई शतकीय साझेदारी भी नहीं हुई है। आस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले मैच में सर्वश्रेष्ठ स्कोर अश्विन की 26 रन की पारी रही। इसके अलावा सिर्फ आठ साझेदारियां 50 या इससे अधिक रन की रहीं। टीम ने अपने सात में से चार मैच गंवाए हैं, जबकि एक मैच टाई रहा। अब तक लचर प्रदर्शन करने वाली टीम से अचानक शानदार प्रदर्शन की उम्मीद करना आसान नहीं होगा। भारत अगर मंगलवार को टूर्नामेंट से बाहर हो जाता है तो फिर सचिन तेंदुलकर के पास आस्ट्रेलियाई सरजमीं पर अपने अंतरराष्ट्रीय शतकों का शतक पूरा करने का संभवत: अंतिम मौका होगा।
वीरेंद्र सहवाग को आराम दिए जाने की संभावना नहीं है, लेकिन उन्हें रन बनाने के लिए जूझना पड़ रहा है। गौतम गंभीर ने एडिलेड में दो बार 90 रन से अधिक की पारियां खेलीं, लेकिन अन्य मैचों में वह भी असफल रहे हैं। वह अब भी बाउंसर का सामना करने में सहज नहीं हैं। विराट कोहली ने कुछ प्रभावित किया है, लेकिन अच्छी शुरुआत के बाद वह विकेट गंवाते रहे हैं। रोहित शर्मा को इस मैच में मौका मिलने की संभावना नहीं है, लेकिन ऐसा लगता है कि सुरेश रैना को सिर्फ उनकी क्षेत्ररक्षण काबिलियत के लिए खिलाया जा रहा है क्योंकि वह बल्ले से उपयोगी योगदान देने में विफल रहे हैं।
ऐसे में कप्तान महेंद्र सिंह धौनी पर काफी दबाव बढ़ गया है। इरफान पठान ने हालांकि बल्लेबाजी में कुछ उम्दा प्रदर्शन किया है। भारत की मुश्किलें बल्लेबाजी के साथ ही समाप्त नहीं होतीं। मुख्य तेज गेंदबाज जहीर खान और विनय कुमार का चोटों के कारण मैच से बाहर बैठना लगभग तय है। राहुल शर्मा को रवींद्र जडेजा की जगह मौका मिलने की संभावना है। आलराउंडर जडेजा मौजूदा सीरीज में बल्ले और गेंद दोनों से विफल रहे हैं। उन्होंने सात मैचों में 142 के औसत से केवल दो विकेट चटकाए हैं, जबकि बल्लेबाजी में 16.83 के बेहद खराब औसत से केवल 101 रन बना पाए हैं।
श्रीलंका को पता है कि वह सुरक्षित रवैया अपनाते हुए भी फाइनल के लिए क्वालीफाई कर सकता है। कप्तान महेला जयवर्धने ने मौजूदा सीरीज में सलामी बल्लेबाज की भूमिका में काफी सफल रहे हैं और उन्होंने अपनी कप्तानी से भी प्रभावित किया है। कुमार संगकारा अच्छी शुरुआत को बड़ी पारियों में बदलने में नाकाम रहे हैं, लेकिन तिलकरत्ने दिलशान ने कुछ उम्दा स्कोर बनाए हैं। दोनों से टीम को बड़ी पारी का इंतजार है। टीम के लिए 22 वर्षीय दिनेश चंडीमल ने शानदार प्रदर्शन किया है, जो डेविड हसी के बाद मौजूदा सीरीज में 300 से अधिक रन बनाने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं। हसी ने अब तक 338, जबकि चंडीमल ने 306 रन बनाए हैं। आलराउंडर थिषारा परेरा और एंजेलो मैथ्यूज, दोनों ने बल्ले और गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया है।
तेज गेंदबाज फरवेज महरूफ और बाएं हाथ के स्पिनर रंगाना हेराथ का प्रदर्शन भी काबिलेतारीफ रहा है। लसिथ मलिंगा ने 33.66 की औसत और 5.42 की इकॉनामी दर से नौ विकेट चटकाए हैं, जबकि नुवान कुलशेखरा के नाम 34.45 की औसत से सात विकेट दर्ज हैं। कुलमिलाकर श्रीलंकाई टीम भारत की तुलना में बीस नजर आ रही है। वह भारत को बोनस अंक के साथ जीत दर्ज करने देगी, लगता नहीं।
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