शंकेश्वर के पार्शवनाथ
गुजरात के पाटन जिले में स्थित शंकेश्वर पार्शवनाथ तीर्थ जैन धर्म से जुड़े प्रमुख तीर्थ स्थलों में से और देश में तीर्थंकर पार्शवनाथ के प्रमुख मंदिरों में से एक है।
गुजरात के पाटन जिले में स्थित शंकेश्वर पार्शवनाथ तीर्थ जैन धर्म से जुड़े प्रमुख तीर्थ स्थलों में से और देश में तीर्थंकर पार्शवनाथ के प्रमुख मंदिरों में से एक है। अपनी महत्ता में पालिताना के जैन मंदिरों के बाद इस तीर्थ का स्थान आता है। यहां पद्मासन में बैठे पार्शवनाथ की छह फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित है। माना जाता है कि रुपेन नदी के किनारे इस मंदिर को सबसे पहले सज्जन शाह में 1099 ई. में बनवाया था। 1230 में वास्तुपाल व तेजपाल ने इसका जीर्णोद्धार कराया। 14वीं सदी में मुसलिम आक्रांताओं ने यहां काफी विनाश किया। उसके बाद 16वीं और 18वीं सदी में फिर यहां जीर्णोद्धार हुआ। यह भी कहा जाता है कि मुगल बादशाह शाहजहां ने अहमदाबाद के नगरसेठ शांतिदास को शंकेश्वर गांव की जमीन दान दी थी। मौजूदा मंदिर तीन सौ साल से भी ज्यादा पुराना माना जाता है। यहां से 62 किलोमीटर दूर वीरमगाम निकट का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है। दीपावली के अलावा पौष व मार्गशीष महीनों की कृष्ण पक्ष की दशमी को यहां बड़ी संख्या में जैन धर्मावलंबी जुटते हैं।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर