गंगा आंदोलन पर सोनिया गांधी ने लिया संज्ञान
अविरल गंगा के लिए चल रहे तपस्या अभियान को अंतत: कांग्रेस और राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संज्ञान में ले लिया।
वाराणसी। अविरल गंगा के लिए चल रहे तपस्या अभियान को अंतत: कांग्रेस और राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संज्ञान में ले लिया। शुक्रवार को यहां श्रीविद्यामठ में बजरिए फैक्स मिले पत्र में उन्होंने स्पष्ट किया है कि वह गंगा की निर्मलता बनाए रखने के लिए संकल्प बद्ध हैं। साथ ही यह भी अवगत कराया कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय भी इस दिशा में गंभीरता से विचार कर रहा है।
इस बाबत गंगा सेवा अभियानम् के सार्वभौम संयोजक स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का कहना है कि सोनिया गांधी ने संज्ञान में लिया यह अच्छी बात और शुभ संकेत भी है लेकिन गंगा अभियान की दृष्टि से नाकाफी है। कहा, वह पिछले 26 वर्षो से संकल्पबद्ध हैं लेकिन सवाल यह है कि इन वर्षो में गंगा के लिए किया क्या गया। सिर्फ संकल्पबद्धता से काम नहीं चलेगा। संकल्पबद्धता की जगह पत्र में कोई निर्णय करके उससे अवगत करातीं तो प्राणों की बाजी लगाए तपस्वियों को थोड़ी खुशी मिलती। उल्लेखनीय है कि 13 मई को कांग्रेस नेता राजेशपति त्रिपाठी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से मिले थे और गंगा अभियान के बारे में जानकारी हासिल करने के बाद स्वामी द्वारा लिखे पत्र को लेकर श्री त्रिपाठी दिल्ली में सोनिया से मिले। उन्होंने गंगा अभियान के बारे में बिंदुवार सभी जानकारी दी थी। समझा जा रहा है कि प्राप्त जानकारी के आधार पर उन्होंने संबंधित मंत्रालय और अधिकारियों से वार्ता करने के बाद यह पत्र श्रीविद्यामठ को भेजा।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर