16 साल की कच्ची उम्र में ही दुनिया को खूबसूरत बनाने का किया फैसला
उस समय किसे पता था कि 16 साल की ये मां एक दिन ब्यूटी और मेकअप की दुनिया में इतनी फेमस हो जाएगी कि एक दिन इसके पास 138 देशों में 400 से ज्यादा ब्यूटी क्लिनिक होंगे।
शहनाज हुसैन, ब्यूटी और फैशन की दुनिया का एक जाना पहचाना नाम है। इनकी सक्सेस स्टोरी के पीछे एक बड़ी संघर्षभरी कहानी है जो शायद हर किसी को पता नहीं होगी। उनकी शादी 16 साल की कच्ची उम्र में हो गई थी। इसी साल उन्होंने एक बच्चे को भी जन्म दिया। इस दौरान उन्हें अपने घर की चारदीवारी के अंदर ही रहकर घर संभालने पड़ रहे थे। इन्हीं परिस्थितियों ने शहनाज हुसैन को एक सक्सेसफुल वूमन बनने की ओर प्रेरित किया। उन्होंने अपने सपने को साकार करने के लिए घर के चारदीवारी की बेड़ियां तोड़कर आंत्रप्रन्योरशिप की दुनिया में कदम रखा। उस समय किसे पता था कि 16 साल की ये मां एक दिन ब्यूटी और मेकअप की दुनिया में इतनी फेमस हो जाएगी कि एक दिन इनके पास 138 देशों में 400 से ज्यादा ब्यूटी क्लिनिक होंगे। आज वे अपने कंपनी शहनाज हर्बल की सीइओ हैं साथ ही ऑनलाइन पोर्टल shastore.com पर वे अपने प्रॉडक्ट्स भी सेल करती हैं।
उन्हें 2006 में पद्मश्री से नवाजा गया। इसके अलावा 1966 के शुरुआती दौर में ही उन्हें भारत सरकार के द्वारा दुनिया की ग्रेटेस्ट वुमन एन्टरप्रन्योर अवॉर्ड से नवाजा गया था। उन्हें पूरी दुनिया में आयुर्वेदिक ब्यूटी ट्रीटमेंट इजाद करने का श्रेय जाता है।
उन्होंने जेनरल ब्यूटी केयर, स्किन और स्कैल्प के प्रॉब्लम, फिटनेस के लगभग 375 फॉर्मुलेशन तैयार किये हैं।
संसाधनों की कमी को कभी रोड़ा नहीं बनने दिया
जब उनके पति को पोस्टिंग इरान हुई थी तभी से उनका रुझान ब्यूटी और कॉस्मैटिक की तरफ बढ़ने लगा था। इसी दौरान उन्होनें लंदन और कोपेनहेगन में दस सालों तक इसकी पढ़ाई की। अपनी पहले बिजनेस के नाम पर उन्होंने अपने पिता से 35 हजार की राशि उधार लेकर अपने घर के बरामदे में ही एक हर्बल क्लिनिक खोल दिया। उनके पिता ने उन्हें कहा कि वे जब तक पूरी तरह से इंडिपेंडेंट नहीं हो जाती हैं उन्हें उनका पूरा सपोर्ट रहेगा।
शहनाज का कोई दूसरा विकल्प नहीं
एक इंटरव्यु में उन्होंने कहा था कि पश्चिम में कॉस्मेटिक्स को सेल करना उनके लिए आसान काम नहीं था। लोग उनके पास आते थे प्रॉडक्ट्स खरीदने के लिए लेकिन उनके पास अगर कोई चीज उपलब्ध नहीं होती थी तो वे कहीं और चले जाते थे लेकिन वे बाद में वे वापस भी यहीं आते थे।
असफलता ने दिलाई सफलता
सफल और दृढ़ इच्छाशक्ति वाले लोग छोटी-छोटी असफलताओं से हार नहीं मानते हैं। उन्हें एक बार पता चला कि मिसेज इंदिरा गांधी ने उनका एक ब्यूटी प्रॉडक्ट का इस्तेमाल नहीं करती हैं जबकि इसके अलावा सभी प्रॉडक्ट का इस्तेमाल करती हैं। उन्होंने इससे सीख लेकर अपने काम में और भी अच्छे बदलाव किये और आज उनकी मॉइश्चुराइजर प्रॉडक्ट एक बेस्टसेलर प्रॉडक्ट है। अगर सही में सफलता पाना चाहते हैं तो कभी हार मत मानिए और हिम्मत मत हारिये। नई चीजों को ट्राय करने में संकोच मत करें।
अपनी क्षमता पर भरोसा
हार्ड वर्क, काम के प्रति जूनून और खुद पर भरोसा ये तीन चीज ही उन्हें सफलता के रास्ते पर आगे लेकर आई। ऑनेस्ट नॉलेज और आत्मविश्वास ये दो चीजें जो हमसे कोई छीन नहीं सकता है और ये हमेशा आपको आगे बढ़ने नें आपकी मदद करती है। आप किस हद तक किसी चीज के प्रति जूनूनी हैं ये उसे अचीव करने में काफी मायने रखता है वरना कोई छोटी सी चीज भी आपका मनोबल गिरा सकती है और आपके आगे बढ़ने से रोक सकती है।
अलग ही दूरदृष्टि लोगों से हटकर
आयुर्वेद की गहन जानकारी प्राप्त करने के बाद वे हर्बल ब्यूटी केयर की पहली पायनीयर बनी। जहां दूसरे ब्रांड लोगों को आकर्षित करने के लिए अपने एडवर्टाइजमेंट पर लाखों करोड़ों खर्च करते हैं वहीं इनके द्वारा बोले गए कुछ शब्द ही लोगों को आकर्षित करने के लिए काफी है।
एक बिजनेस स्टार्ट करने के लिए कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अपने आप से एक कमिटमेंट करना पड़ता है। उन्होंने खुद के ट्रेनिंग के लिए दस साल का समय लिया।