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लंदन ओलंपिक में नतालिया बनीं आकर्षण का केंद्र

पोलैंड की महिला एथलीट नतालिया पा‌र्त्यका इन दिनों लंदन ओलंपिक में आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं और भला हो भी क्यों नहीं क्योंकि यह एथलीट सामान्य खिलाड़ियों से जो अलग है। नतालिया के जन्म से ही दायां हाथ और कोहनी नही है। टेबल टेनिस की यह खिलाड़ी इस वर्ष ओलंपिक और पैरालंपिक दोनों की हिस्सा है। गजब का ज्

By Edited By: Published: Tue, 31 Jul 2012 12:02 PM (IST)Updated: Tue, 31 Jul 2012 07:08 PM (IST)
लंदन ओलंपिक में नतालिया बनीं आकर्षण का केंद्र

लंदन। पोलैंड की महिला एथलीट नतालिया पा‌र्त्यका इन दिनों लंदन ओलंपिक में आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं और भला हो भी क्यों नहीं क्योंकि यह एथलीट सामान्य खिलाड़ियों से जो अलग है। नतालिया के जन्म से ही दायां हाथ और कोहनी नही है। टेबल टेनिस की यह खिलाड़ी इस वर्ष ओलंपिक और पैरालंपिक दोनों की हिस्सा है।

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गजब का जज्बा दिखाते हुए नतालिया ने रविवार को शानदार जीत दर्ज कर लंदन ओलम्पिक की टेबल टेनिस प्रतियोगिता के महिलाओं की एकल स्पर्धा के प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली हैं। सात वर्ष की उम्र में टेबल टेनिस के क्षेत्र में कदम रखने वाली नतालिया ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना पहला पदक वर्ष 1999 में डिसेबल्ड व‌र्ल्ड चैंपियनशिप में जीता था। इसके बाद से नतालिया ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार सफलता की सीढ़ी चढ़ती गई।

वर्ष 2004 एथेंस पैरालंपिक खेलों में नतालिया ने टेबल टेनिस प्रतियोगिता के एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक, जबकि टीम स्पर्धा में रजत पदक अपने नाम किया था। उसी वर्ष उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ की ओर से आयोजित यूरोपीयन चैम्पियनशिप फॉर कैडेट्स में दो स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। नतालिया ने वर्ष 2008 में बीजिंग मे ओलंपिक और पैरालम्पिक दोनों में हिस्सा लिया था। उस दौरान शारीरिक रूप से अक्षम खिलाड़ियों की सूची में नतालिया के अलावा दक्षिण अफ्रीका की एथलीट नताली डू टोइट भी थीं।

23 वर्षीया नतालिया इस बार भी पहली ऐसी एथलीट नहीं है जो इस वर्ष ओलंपिक और पैरालंपिक दोनों में हिस्सा ले रही हैं, बल्कि दक्षिण अफ्रीका के चर्चित पुरुष एथलीट ऑस्कर पिस्टोरियस भी कृत्रिम पैर के सहारे कई अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता जीत चुके है। पिस्टोरिस स्प्रिंट धावक है। इस एथलीट के दोनों पैर नहीं है। कृत्रिम पैर के सहारे पिस्टोरियस आज किसी नाम के मोहताज नहीं है। उन्हे 'ब्लेड रनर' के नाम से भी जाना जाता है। पिस्टोरियस ने वर्ष 2008 के पैरालंपिक खेलों में चार स्वर्ण पदक अपने नाम किए थे जिनमें 200मीटर (टी44), 100मीटर (टी44), 200मीटर (टी44) और 400मीटर (टी44) स्पर्धा के पदक शामिल है।

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