पापा, मुझे ¨जदा देखना है तो यहां से ले चलो
दहेज हत्या की बलि चढ़ी छत्तीसगढ़ की बेटी ललिता
जागरण संवाददाता, राउरकेला/राजगांगपुर : दहेज हत्या की बलि चढ़ी छत्तीसगढ़ की बेटी ललिता अग्रवाल को अपनी मौत का आभास हो चुका था। उसने फोन पर अपने पिता से कहा भी था, 'पापा मुझे यहां से चले चलो वरना वे लोग मुझे मार डालेंगे।' इसके बाद ससुराल वालों तथा समाज के लोगों द्वारा पुन: मिन्नत करने के बाद उसे वापस ससुराल भेज दिया गया था। मृत ललिता के पिता तथा छत्तीसगढ़ भाजपा के महामंत्री गिरधर गुप्ता को अब तक इसका मलाल है तथा उन्होंने दहेज हत्या के फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने समेत उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश कमेटी के महामंत्री गिरधर गुप्ता की पुत्री ललिता की शादी 27 जून, 2012 को राउरकेला के कचहरी रोड निवासी अशोक अग्रवाल के बेटे विकास अग्रवाल से हुई थी। ललिता के पिता गिरधर गुप्ता का कहना है कि इस शादी में वर पक्ष की मांग के अनुसार दान-दहेज दिया गया था। शादी के बाद ललिता छत्तीसगढ के तिलडा में एक सीमेंट कंपनी में सीए के रूप में कार्यरत अपने पति विकास अग्रवाल के साथ रहती थी। इस शादी से उन्हें चार साल की एक बच्ची भी है। ललिता के पिता गिरधर गुप्ता का आरोप है कि शादी के बाद ज्यादा दहेज की मांग पर ससुराल में उनकी बच्ची को परेशान किया जा रहा था। उनका कहना है कि गत 17 अगस्त, 2016 को ललिता ने उनसे फोन पर कहा था कि पापा, 'यदि मुझे ¨जदा देखना है तो यहां से ले चलो।' इससे पूर्व भी कई बार मायके आकर ललिता ससुराल में अत्याचार की बात कहकर वापस नहीं जाना चाहती थी। लेकिन दामाद व समाज के लोगों द्वारा कसमें खाकर इसकी पुनरावृत्ति न होने का भरोसा देने से वह बेटी का घर फिर से बसने की उम्मीद में वापस भेज देते थे। जब नौ जून को तिलडा में ललिता दहेज की बलि चढ़ गई तो उन्हें अब इसका मलाल हो रहा है कि उन्होंने उस समय बेटी की बात मान ली होती तो आज वह ¨जदा होती। गौरतलब है कि ललिता के परिजनों ने दहेज के लिए बेटी हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए स्थानीय थाना में मामला दर्ज कराया था। पुलिस आरोपी ससुर अशोक अग्रवाल व सास कुसुमलता को गिरफ्तार कर चुकी है। पति विकास अग्रवाल फरार है। छत्तीसगढ़ की पुलिस शुक्रवार को देवर देवाशीष अग्रवाल व ननद लक्ष्मी अग्रवाल को गिरफ्तार करने राउरकेला पहुंची थी। आरोपी पति के चाचा मनोज अग्रवाल को पकड़ने राजगांगपुर भी गई थी। लेकिन उसके हाथ कोई आरोपी नहीं मिला। मृत ललिता के पिता ने फरार आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी समेत कड़ी सजा दिलाने की मांग की है।