दिल्ली तक महानदी की लड़ाई लडे़गा बीजद
महानदी को लेकर ओडिशा और छत्तीसगढ़ सरकार के बीच उपजे विव
जागरण संवाददाता, संबलपुर :
महानदी को लेकर ओडिशा और छत्तीसगढ़ सरकार के बीच उपजे विवाद को देखते हुए बीजद नेताओं ने महानदी जल विवाद और नदी के जल पर अपने अधिकार को लेकर दिल्ली तक लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया है। बीजद नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की शह पर छग सरकार अपनी मनमानी कर रही है जिससे ओडिशा के 15 जिले प्रभावित हो रहे हैं। यह बात बीजद की प्रेसवार्ता में कही गई।
इसमें जिला अध्यक्ष डॉ. प्रमोद रथ, पार्टी के पर्यवेक्षक व पूर्व मंत्री देवीप्रसाद मिश्र, उप पर्यवेक्षक व मंत्री सुशांत ¨सह, संबलपुर सांसद नगेंद्र प्रधान, संबलपुर विधायक डॉ. रासेश्वरी पाणिग्राही, सरकार के उपमुख्य सचेतक व रेढ़ाखोल विधायक इंजीनियर रोहित पुजारी, युवा मोर्चा के प्रदेश प्रभारी अध्यक्ष संजीत महांती, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सिद्धार्थ दास एवं अन्य उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर से नवीन पटनायक सरकार द्वारा ओडिशा के विकास एवं जनता के हित के लिए शुरू विभिन्न सरकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला।
पर्यवेक्षक मिश्र ने बताया कि पहली जुलाई से सितंबर के शेष तक ब्लाक व जोन स्तर पर बीजद की बैठकें होगी और सरकार के विकास व जनहित योजनाओं पर समीक्षा व चर्चा होगी। उपपर्यवेक्षक व मंत्री ¨सह ने बताया कि ओडिशा केंद्र सरकार के सौतेलेपन का शिकार हो रहा है। चुनाव के दौरान किसानों से किए गए वायदों को एनडीए सरकार ने भुला दिया है। अधिकार मांगने वाले किसानों पर गोली चलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि कर्ज माफी के बदले अगर किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले तो कई समस्याओं का समाधान संभव है।
उपमुख्य सचेतक पुजारी ने केंद्र सरकार को पूंजीपतियों की सरकार बताते हुए आरोप लगाया कि मूल समस्या का समाधान करने के बजाय केंद्र सरकार और गैर भाजपा सरकारों पर निशाना साध रही है। संबलपुर विधायक डॉ. पाणिग्राही ने आरोप लगाया कि एनडीए की सरकार पब्लिक सेक्टर के रुपये से अपना प्रचार प्रसार कर रही है। सहयोग नहीं मिलने से केंद्र से जुड़ी कई परियोजनाएं विलंब हो रही है।