आवारा पशु कर रहे ट्रैफिक नियंत्रण
जागरण संवाददाता, संबलपुर : यह जान कर आश्चर्य अवश्य होगा लेकिन यह सच है कि पश्चिम ओडिशा के प्राणकेंद्र संबलपुर में आवारा मवेशी भी टै्रफिक पुलिस की तरह ट्रैफिक नियंत्रण करते हैं और यह सब संबलपुर नगरपालिका की मेहरबानी का नतीजा है। संबलपुर शहर के विभिन्न चौराहों समेत भीड़भाड़ के इलाकों में सैकड़ों आवारा मवेशियों का अड्डा जमा रहता है लेकिन इन्हें हटाने की कोशिश नहीं की जाती है।
हालत यह है कि आवारा मवेशियों की वजह से शहर के मुख्य मार्गो के अलावा राज्य राजमार्ग और राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी यातायात बाधित होने लगा है। आवारा मवेशियों के इस जमावड़े से एक फायदा तो यह है कि तेज रफ्तार से वाहन चलाने वालों को अब सतर्क रहना पड़ता है, लेकिन कई बार थोड़ी सी चूक से हादसा भी हो जाता है। चारभाटी चौक के निकट अड्डा जमाने वाले आवारा मवेशी काफी ढीठ हो गए हैं। बताते हैं कि आसपास में देशी शराब बनाने के कुछ अड्डों से निकलने वाला नशीला पदार्थ खाकर मवेशियों में भी नशा चढ़ जाता है और बीच सड़क पर वह जमकर खड़े या बैठ जाते हैं। यहां पर बताना उचित होगा कि चंद वर्ष पहले तत्कालिन राज्यपाल मुरलीधर चंद्रकांत भंडारे का काफिला गोल बाजार चौक से कचहरी की ओर जा रहे था। काफिले के सामने पुलिस की पायलेट गाडी थी, लेकिन इस काफिले को भी आवारा मवेशियों के अड्डे की वजह से किनारे से होकर गुजरना पड़ा था। पश्चिम ओडिशा का प्राणकेंद्र होने और यहां पुलिस डीआइजी, एसपी, राजस्व आयुक्त, जिलाधीश, बीएसएनएल मंडल, पीएमजी आदि कई बड़े कार्यालय होने की वजह से रोजाना भीड़भाड़ रहती है। ऐसे में आवारा मवेशियों का खुलेआम यहां-वहां अड्डेबाजी से ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित हो रही है। इसके लिए उचित व्यवस्था जरूरी है।