रेलनगरी में बनने लगे पंडाल
जागरण संवाददाता, बंडामुंडा : रेलनगरी बंडामुंडा में दुर्गापूजा के आयोजन को लेकर कमेटिय
जागरण संवाददाता, बंडामुंडा :
रेलनगरी बंडामुंडा में दुर्गापूजा के आयोजन को लेकर कमेटियों ने अपनी तैयारी आरंभ कर दी है। पंडाल एवं मूर्तियों का निर्माण जोरशोर से चल रहा है। बंडामुंडा सी-सेक्टर दुर्गापूजा कमेटी की ओर से इस साल आयोजन के 58वें वर्ष के अवसर पर पंडाल को प्राचीनकाल के एक दुर्गा मंदिर का स्वरूप प्रदान किया जा रहा है। मां दुर्गा की प्रतिमा निर्माण का कार्य पश्चिम बंगाल के कुमारटोली के प्रसिद्ध कलाकार तपन दास कर रहे हैं। उसी तरह से पंडाल निर्माण के कार्य में पश्चिम बंगाल के कलाकार नियोजित किये गये हैं। पूजा पंडाल क्षेत्र के आसपास कमेटी की ओर से साफ सफाई का कार्य आरम्भ कर दिया गया है। पूजा में किसी तरह की दुर्घटना न हो इसके लिये कमेटी की ओर से पूजा पंडाल में 24 घंटे स्वयंसवेक उपस्थित रहेंगे। इस साल कमेटी की ओर से पूजा के आयोजन में पांच लाख रुपये खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है। पूजा के सफल आयोजन के लिये धीरेन दास, उत्तम देव, जयंत दास, आशीष प्रमाणिक, बापी बनर्जी, सुदीप दास, दिनेश बेरा, एसके राय, अनंत मुखर्जी जुटे हैं।
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10 दिनों का होगा शारदीय नवरात्र
पूजा कमेटी के अध्यक्ष विजय हलवाई का कहना है कि इस बार शारदीय नवरात्र 10 दिनों का है। जिसे ज्योतिषशास्त्र में शुभ माना गया है। नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूप शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी व सिद्धिदात्री की पूजा होती है।
कमेटी के उपाध्यक्ष माणिक चौधरी ने बताया कि प्रतिमा का निर्माण कोलकाता से आये कलाकार तपन दास के नेतृत्व में हो रहा है। प्रतिमा की पूरी साज-सज्जा का सामान कोलकाता से मंगाया जा रहा है।
कमेटी के सचिव मांगा रेड्डी ने बताया कि सी-सेक्टर दुर्गा पूजा कमेटी की ओर से आयोजन के 58वें वर्ष के उपलक्ष्य में पंडाल को प्राचीनकाल के एक मंदिर का स्वरूप प्रदान किया जा रहा है। इसके लिए पंडाल का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।
कमेटी के सहसचिव उज्ज्वल भट्टाचार्य ने बताया कि पूजा के दौरान षष्ठी से दशमी तक प्रतिदिन अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।
कमेटी के कोषाध्यक्ष प्रशन्नजित चौबे ने बताया कि पूजा की तैयारी की समीक्षा के लिए लगातार बैठक की जा रही है, ताकि आयोजन में किसी तरह की कमी न रह जाय।