घोघड़धाम में लें पूजा के साथ पिकनिक का आनंद
जागरण संवाददाता, राउरकेला : परिवार के साथ पूजा एवं पिकनिक दोनों का आनंद लेना हो तो सुं
जागरण संवाददाता, राउरकेला : परिवार के साथ पूजा एवं पिकनिक दोनों का आनंद लेना हो तो सुंदरगढ़ जिले के प्रमुख शिवधाम घोघड़धाम को चुना जा सकता है। पूर्वाभिमुखी दो नदियों के संगम तट स्थित पावन स्थल पर पिकनिक मनाने के लिए पर्याप्त जगह है। घोघड़ेश्वर महादेव ट्रस्ट एवं श्रद्धालुओं की सहायता से इस क्षेत्र का विकास काम किया जा रहा है। इसे पर्यटन स्थल के साथ अच्छे पिकनिक स्पॉट बनाने की भी योजना है।
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प्राकृतिक सौंदर्य के लिए विख्यात
घोघड़ नदी के किनारे स्थित घोघड़ धाम प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। नदी पर बांध बनाने के साथ साथ पुल भी तैयार किया गया है जो इसकी सुंदरता को बढ़ता है। पतली पुल से होकर नदी पार करने में बच्चों को अलग ही खुशी मिलती है। हरी भरी वादियों के बीच घोघडेश्वर महादेव का मंदिर है। इसके आसपास नदी का लंबा किनारा है। ऊपरी व निचले भाग में कंकड़ एवं बालू वाले स्थानों में शांत व प्राकृतिक माहौल में पिकनिक का आनंद लिया जा सकता है।
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डेढ़ सौ साल पुराना इतिहास
ऐसा कहा जाता है कि करीब डेढ़ सौ साल पहले घोघड़ेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना यहां की गई थी। गांगपुर स्टेट के राजा रघुनाथ शेखरदेव के शासन काल में राज परिवार की एक गाय खो गई थी।रानी को मिले सपने के आधार पर उसकी तलाश में जब चरवाहे वहां आये तो देखा कि गाय के दूध की धार शिव¨लग में गिर रहा है। तब से भुइयां संप्रदाय के लोगों के द्वारा मंदिर में पूजा की जाती रही। इसके लिए राजा ने उन्हें करीब पांच सौ एकड़ जमीन भी दी थी।
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पिकनिक स्पॉट के रूप में विकास
जगतगुरु स्वामी स्वरूपानंद महाराज के हाथों 1987 में नये मंदिर का उद्घाटन हुआ। घोघड़ेश्वर महादेव ट्रस्ट की देखरेख में मंदिर का प्रबंधन का काम हो रहा है। सात साल से घोघड़मल गड़ोदिया इसके कार्यवाहक ट्रस्टी हैं। मंदिर परिसर में दो भंडार गृह, गेस्ट हाउस, पार्क बनाया गया है। पश्चिम ओडिशा विकास परिषद की ओर से शौचालय एवं स्नानागार बनाया गया है। यहां घोघड़ेश्वर महादेव के मंदिर के साथ अन्य देवी देवताओं के छोटे मंदिर हैं। पिकनिक के लिए यहां आने वाले पूजा भी कर सकते हैं। ओसीएल व अन्य कंपनियों की मदद से यहां पिकनिक स्पॉट का विकास करने की योजना है।
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सड़क मार्ग पहुंचना आसान
राउरकेला से करीब 32 किलोमीटर एवं राजगांगपुर से करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित घोघड़धाम तक जाने के लिए सड़क मार्ग को चुनना होगा। एसएच-10 पर विलाइगढ़ कांसबहाल से करीब तीन किलोमीटर संकरी सड़क पर जाना पड़ता है। यहां तक बस, कार, आटो एवं अन्य वाहनों से भी आसानी से पहुंचा जा सकता है।