नक्सली बंद झारखंड में, ओडिशा पर असर
नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की ओर से झारखंड सरकार के
जागरण संवाददाता, राउरकेला : नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की ओर से झारखंड सरकार के छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट (सीएनटी) तथा संथाल परगना टेनेंसी एक्ट (एसपीटी) में संशोधन के विरोध में सोमवार को झारखंड बंद का आह्वान किया गया। इसका व्यापक असर ओडिशा में भी देखने को मिला। राउरकेला से सुबह झारखंड के लिए कोई बस नहीं चली। जिससे यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
सोमवार की सुबह विभिन्न ट्रेनों से राउरकेला स्टेशन पर उतरने के बाद झारखंड के गुमला, सिमडेगा, रांची आदि स्थानों के लिए बस पकड़ने के लिए यात्री राउरकेला बस स्टैंड पहुंचे। पता चला कि झारखंड में नक्सली बंद के कारण बसें नहीं चल रही हैं। ऐसे में यात्री परेशान होकर बस स्टैंड में इधर उधर भटकते रहे। कई लोग तो अपने परिवार के साथ भी थे।
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बंद को लेकर कड़ी सुरक्षा
नक्सली बंद के मद्देनजर आरपीएफ ने सुरक्षा की तगड़ी व्यवस्था की है। राउरकेला से चक्रधरपुर के बीच बंडामुंडा, पौसेता, मनोहरपुर तथा चक्रधरपुर में 50-50 जवानों का दस्ता तैनात किया गया है। राउरकेला में भी रिजर्व फोर्स को रखा गया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति में यहां से जवान तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना हो सकें।
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रेल यातायात सामान्य
नक्सली बंदी के कारण रेल सेवा पर कोई खास असर नहीं देखा गया। राउरकेला स्टेशन प्रबंधक एके मिश्र के मुताबिक रेल सेवा सामान्य है तथा इस मार्ग से चलने वाली सभी ट्रेनें अपने निर्धारित समय पर चलीं।
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नक्सली बंद के कारण झारखंड जाने वाली बसें नहीं चल रही हैं। बंद के दौरान बसें चलाने से रास्ते में तोड़फोड़ की आशंका समेत जानमाल का भी भय बना रहता है। इसलिए झारखंड जाने वाली सभी बसें स्टैंड में ही खड़ी रहीं।
- संजय कुमार, बस चालक
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मुझे झारखंड के घाघरा जाना है। लेकिन बस स्टैंड पर पहुंचा तो पता चला कि नक्सली बंद के कारण बसें नहीं चल रही हैं। यदि मुझे पहले से पता होता तो कुछ और व्यवस्था करता। अब तो लगता है कि मंगलवार की सुबह तक इंतजार करना पड़ा।
- सियुष तिर्की, यात्री
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मैं झारखंड के चतरा जाने के लिए सुबह बस स्टैंड पहुंचा। पता चला कि नक्सली बंद के कारण झारखंड जाने वाली बसें नहीं चल रहीं। जिसके कारण परिवार सहित सुबह से स्टैंड पर इधर-उधर भटक रहे हैं ।
- महेश ¨सह, यात्री
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