आइजीएच बनेगा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल
इस्पात जेनरल अस्पताल (आइजीएच) को सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल एवं
जागरण संवाददाता, राउरकेला : इस्पात जेनरल अस्पताल (आइजीएच) को सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल एवं मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) निदेशक से हरी झंडी मिल गई है। पांच सदस्यीय टीम ने आइजीएच का दौरा करने के बाद पहले चरण में न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी विभाग खोलने पर सहमति दी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अप्रैल 2015 को राउरकेला दौरे में आइजीएच को सुपर स्पेशलिटी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल बनाने की घोषणा की थी। एम्स की विशेष टीम ने आइजीएच का अवलोकन करने के बाद यहां सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल खोलने पर सहमति दे दी है। यहां चिकित्सक एवं पारा मेडिकल कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के साथ ही पहले चरण में न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी के लिए विभाग खोले जाएंगे। अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति की अवधि बढ़ाकर 65 वर्ष करने का अनुरोध भी किया गया है। इससे पहले 15 जून को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की स्वतंत्र महानिदेशक डॉ. बीडी अथानी की अगुवाई में भुवनेश्वर एम्स के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सुकदेव नायक, डॉ. हिमांशु शेखर महापात्र, डॉ. आरके धनिजा, डॉ. पीेएस भाटिया, डॉ. ईएस आइजर, डॉ. वी श्रीनिवासन आदि ने आइजीएच का दौरा किया था। सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के बनने से पश्चिम ओडिशा ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्यों से आने वालों को भी बेहतर इलाज की सुविधा मिल सकेगी।
आरएसपी प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि फिलहाल यह एम्स की टीम का एक दौरा हुआ है। वे अपनी रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्रालय को देंगे जिसके बाद आगे का निर्णय होगा।