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धान बुआई के लिए हुई ग्राम देवी की पूजा

जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले के हर गांव में धान की बुआई से पहले ग्राम द

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Apr 2017 02:47 AM (IST)Updated: Fri, 28 Apr 2017 02:47 AM (IST)
धान बुआई के लिए हुई ग्राम देवी की पूजा
धान बुआई के लिए हुई ग्राम देवी की पूजा

जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले के हर गांव में धान की बुआई से पहले ग्राम देवी की पूजा की जा रही है। गांव के निकट सरना स्थल या देवी पीठ पर गांव के लोग एकत्र होकर ग्राम प्रधान के जरिये पूजा कर अच्छी फसल एवं गांव में सुख शांति की कामना कर रहे हैं। आदिवासी बहुल जिले के लोग प्रकृति पूजा एवं ग्राम देवताओं के प्रति श्रद्धा एवं विश्वास हैं। हर शुभ काम शुरू करने से पहले ग्राम देवी की पूजा आराधना की जाती है। अक्षय तृतीया के बाद आम तौर पर धान की बुआई की तैयारियां शुरू कर दी जाती है। ग्राम देवी की पूजा के बिना बुआई के लिए किसी तरह का काम करना वर्जित होता है यहां तक कि गड्ढे से कुदाल के जरिये गोबर निकालकर खेतों में डालने पर भी मनाही होती है। लोगों का यह मानना है कि नियम का उल्लंघन करने पर गांव में देवी का प्रकोप होता है एवं विभिन्न प्रकार के रोग के कारण अशांति फैलती है। इसी परंपरा एवं विश्वास को कायम रखते हुए जिले के अधिकतर गांवों में ग्राम देवी की पूजा की जा रही है। गांव की देवीपीठ में लोग एकत्र होकर पूजा अर्चना कर रहे हैं। ग्राम प्रधान के द्वारा पूजा कर गांव की सुख समृद्धि की कामना की जा रही है। गांव के लोग बैठकर साल भर खेतों में काम करने वाले महिला व पुरुष श्रमिकों की मजदूरी, खेती में चलाने वालों की अलग मजदूरी तय की जा रही है। यह पूजा मई तक अलग-अलग दिनों में की जायेगी। धान बुआई खत्म होने के बाद रोपाई के लिए पूजा की जायेगी।

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