विस्थापितों ने किया एडीएम का घेराव
जागरण संवाददाता, राउरकेला : नौकरी एवं अधिग्रहीत जमीन वापसी की मांग को लेकर विस्थापितों न
जागरण संवाददाता, राउरकेला :
नौकरी एवं अधिग्रहीत जमीन वापसी की मांग को लेकर विस्थापितों ने सोमवार को एडीएम कार्यालय के समक्ष धरना दिया। छह घंटे से अधिक समय तक एडीएम मोनीषा बनर्जी को बाहर जाने से रोके रखा। प्रशिक्षण, नौकरी एवं जमीन वापसी के संबंध में लिखित आश्वासन मिलने के बाद विस्थापित वहां से हटे।
32 मौजा लोकल डिस्प्लेस कमेटी के अध्यक्ष प्रभाकिरण हुरात, महासचिव महेश्वर टोप्पो की अगुवाई में विस्थापित परिवार के सदस्यों ने सोमवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे से एडीएम कार्यालय पहुंचकर धरना दिया। विस्थापितों ने एसटी एससी आयोग के अध्यक्ष डा. रामेश्वर ओराम की अनुसंशा के अनुसार अनुपयोगी पांच हजार एकड़ जमीन विस्थापितों को लौटाने, मुख्य सचिव की मौजूदगी में उच्चस्तरीय बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार 597 विस्थापितों को आरएसपी में नौकरी दिलाने एवं अन्य मांगों को लेकर धरना दिया। मांगें पूरी करने पर एडीएम के द्वारा आसर्मथता जताने पर विस्थापितों ने क्षोभ प्रकट किया। मांग पूरी नहीं होने तक यहां एडीएम को नहीं छोड़ने की घोषणा की गई। विस्थापितों के आंदोलन के कारण एडीएम मोनीषा बनर्जी बाहर नहीं जा सकी। शाम को चार महीने के अंदर 597 लोगों के दस्तावेजों की जांच पूरी कर आवेदकों को प्रशिक्षण के लिए भेजने व नौकरी देने, कमिश्नर के आदेश के बाद जमीन वापसी का भरोसा मिलने के बाद विस्थापित वहां से हटे।