डीजीएम राजबहादुर ने जीता तकनीकी लेखन पुरस्कार
जागरण संवाददाता, राउरकेला : भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय द्वारा लौह एवं इस्पात क्षेत्र से संब
जागरण संवाददाता, राउरकेला : भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय द्वारा लौह एवं इस्पात क्षेत्र से संबंधित विषयों पर हिन्दी में मौलिक पुस्तक लिखने के लिए वर्ष 2014-15 के लिए पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। जिसमें राउरकेला स्टील प्लांट, आरएसपी के रिफैक्ट्री विभाग में उप-महाप्रबंधक, डीजीएम राजबहादुर गुप्ता द्वारा लिखी गई पुस्तक आयरन उत्पादन की विकसित एवं विकासशील प्रगलन अपचयन तकनीकियां को 20 हजार रुपये का द्वितीय पुरस्कार देने की घोषणा मंत्रालय द्वारा की गई है। उल्लेखनीय है कि इस्पात मंत्रालय की ओर से डीजीएम राजबहादुर गुप्ता को 11 वीं यह पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। वे लगातार 11 वीं बार यह पुरस्कार पाने वाले सेल व राउरकेला स्टील प्लांट के प्रथम अधिकारी बने हैं। इससे पूर्व भी उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है। मानव संसाधन मंत्रालय ने भी दो बार उन्हें पुरस्कृत किया है। इसके समेत वे रक्षा मंत्रालय के डीआरडीओ द्वारा दो बार तकनीकी लेखन के लिए पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। बहुमुखी प्रतिभा के धनी गुप्ता ने सन 1992-93 में सृजनी स्वर्ण पदक जीतने का भी गौरव हासिल किया है। तकनीकी क्षेत्र में उनके नाम से तीन पेटेंट भी है। यह उपलब्धि हासिल करने वाले डीजीएम राजबहादुर गुप्ता को उनके सहकर्मियों से लेकर समाज के विभिन्न वर्ग से जुड़े प्रबुद्ध व्यक्तियों द्वारा बधाई देने का सिलसिला जारी है।