समाज को एक सूत्र में बांधती भाषा : तिर्की
जागरण संवाददाता, राउरकेला:
अपनी भाषा का ज्ञान न रखने वाला व्यक्ति मूक समान है। जिस कारण हमें अपनी भाषा का ज्ञान होना चाहिए। यह भाषा ही समाज को एक सूत्र में बांधे रखने का काम करती है। उदितनगर परेड मैदान में कुडुख समाज के तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन दिवस पर बतौर मुख्य वक्ता बीरमित्रपुर के विधायक जार्ज तिर्की ने की।
इस सम्मेलन में श्री तिर्की अपने वक्तव्य में भाषा का प्रचार व प्रसार करने के लिए एकजुट होने पर जोर दिया। इसके समेत उन्होंने अपनी भाषा के साथ साथ समाज की संस्कृति व परंपरा को भी अक्षुण्ण रखने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि आगामी 15 व 16 दिसंबर को रांची में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय कुड़ुख समाज के सम्मेलन में वे ओड़िशा का प्रतिनिधित्व करने समेत कुडुख भाषा में अपना वक्तव्य रखेंगे। उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में भारत, नेपाल, पाकिस्तान, भूटान, अमेरिका, जापान, जर्मनी आदि विभिन्न देशों से प्रतिनिधि शामिल होंगे। मुख्य अतिथि के रूप में भारत राजी पाड़हा के प्रमुख बागी लकड़ा ने मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि सभी को अपनी भाषा का ज्ञान होना जरूरी है। कोई चाहे कितने भी ऊंचे ओहदे पर क्यों न हो, यदि उसे अपनी भाषा का ज्ञान नहीं है तो वह अपनी राष्ट्रीयता खोने के समान है। कुडुख समाज की ओड़िशा प्रमुख लिली कुजूर ने स्वागत भाषण में भाषा की सुरक्षा के लिए एकजुट संग्राम पर जोर दिया। इस सम्मेलन में मध्यप्रदेश, झारखंड, छत्ताीसगढ़, चैन्नई, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, आसाम, अंडमान एंड निकोबार आदि नौ राज्यों से 600 से भी ज्यादा प्रतिनिधि शामिल हुए थे।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर