वीटीओए व आरजीटीए में विवाद बरकरार
जागरण संवाददाता, राउरकेला : वेदव्यास ट्रक आनर्स एसोसिएशन (वीटीओए) एवं राउरकेला गुड्स ट्रांसपोर्टर्स
जागरण संवाददाता, राउरकेला : वेदव्यास ट्रक आनर्स एसोसिएशन (वीटीओए) एवं राउरकेला गुड्स ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन(आरजीटीए) के बीच विवाद बरकरार होने से वाहन मालिकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बिहार, बंगाल, झारखंड व उत्तर प्रदेश रूट में चलने वाली वाहनों पर इसका प्रभाव पड़ रहा है।
स्पेयर पार्ट्स दाम एवं टोल टैक्स आदि की बढ़ोत्तरी के कारण वीटीओए की ओर से बंगाल रूट की वाहनों में प्रति टन सौ रुपए भाड़ा, लो¨डग व अनलो¨डग चार्ज, विलंब पर क्षतिपूर्ति देने का प्रस्ताव पारित किया था एवं सभी वाहन मालिकों से यूनियन के जरिये ही वाहन लो¨डग की अपील की गई थी। आरजीटीए को यह पसंद नहीं था। संगठन की ओर से बढ़े दाम पर वाहन लेने से इंकार कर दिया गया एवं इसे लेकर दोनों संगठनों में ठन गई है। आरजीटीए ने ट्रांसपोर्टरों को अपनी वाहन उपलब्ध कराने तथा वीटीओए से वाहन लेने पर उन पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। दूसरी ओर वीटीओए ने भी उनके फैसले पर अमल नहीं होने तक वाहन लो¨डग के लिए नहीं भेजने की बात कही गई है। पश्चिम बंगाल रूट में 30-40 की जगह केवल 4 से 5 वाहन लो¨डग हो रहा है। विवाद का समाधान नहीं होने से वीटीओए से जुड़े तीन सौ से अधिक सदस्यों की ट्रकें खड़ी हो गई हैं। अधिकतर वाहन मालिकों की रोजी रोटी ट्रक से जुड़ी हैं। इससे उनका रोजगार प्रभावित हो रहा है एवं उनकी मुश्किलें बढ़ रही हैं।