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नुआगांव में मलेरिया रोगियों की संख्या बढ़ी

(मच्छर का कार्टून लगा लें) जागरण संवाददाता, राउरकेला : सीमावर्ती नुआगांव प्रखंड क्षेत्र में मच्छर

By Edited By: Published: Wed, 07 Oct 2015 06:32 PM (IST)Updated: Wed, 07 Oct 2015 06:32 PM (IST)
नुआगांव में मलेरिया रोगियों की संख्या बढ़ी

(मच्छर का कार्टून लगा लें)

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जागरण संवाददाता, राउरकेला : सीमावर्ती नुआगांव प्रखंड क्षेत्र में मच्छर मारने एवं लोगों को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन की ओर से कोई कार्यक्रम नहीं चलाया जा रहा है जिस कारण मलेरिया रोगियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पांच महीने में इलाके में 484 लोग मलेरिया रोग से पीड़ित हुए हैं।

मच्छरों का प्रकोप बढ़ने के कारण हर दिन हाथीबाड़ी प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र व नुआगांव, सोरडा व लुआराम नवीन प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र में बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। सरकार की ओर से मच्छर मारने के लिए दवा छिड़काव एवं लोगों को इसके प्रकोप से बचाने के लिए मच्छरदानी वितरण तथा जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है पर नुआगांव प्रखंड में ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं चल रहा है। जानकारी के अभाव में लोग मच्छरदानी का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं एवं आसपास की सफाई के प्रति भी उनका ध्यान नहीं है जिस कारण लोग मलेरिया का शिकार हो रहे हैँ। विभिन्न क्षेत्रों से लोग हाथीबाड़ी प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र आते हैं पर यहां के चिकित्सा कर्मी बीरमित्रपुर व राउरकेला से आते जाते हैं जिस कारण लोगों को उचित चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाती है। ऐसे में लोग इलाके में क्लिनिक चला रहे फर्जी चिकित्सकों से इलाज कराने को विवश हैं। इससे न केवल अधिक पैसा खर्च होता है बल्कि उनकी जान को भी खतरा होता है।

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हाथीबाड़ी प्राथमिक चिकित्सालय में मलेरिया रोगियों की संख्या

मई 2015-18

जून 2015- 63

जुलाई 2015- 107

अगस्त 2015- 161

सितंबर 2015- 135

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