हाय रे नौकरी : एक अनार सौ बीमार
जगन्नाथ महतो, राउरकेला: बेरोजगारी के इस दौर में बेरोजगारों की संख्या इतनी ज्यादा है तथा नियुक्ति
जगन्नाथ महतो, राउरकेला:
बेरोजगारी के इस दौर में बेरोजगारों की संख्या इतनी ज्यादा है तथा नियुक्ति के अवसर इतने कम हैं कि यहां एक अनार और सौ बीमार वाली कहावत ही चरितार्थ हो रही है। राउरकेला कर्म नियोजन कार्यालय से पांच वर्ष में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या तथा नौकरी के आंकड़े भी इस कहावत को सही ठहरा रहे हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2009 से 2014 तक यहां पंजीकृत 77255 बेरोजगारों में 976 को ही नौकरी मिली है।
राउरकेला कर्म नियोजन कार्यालय में वर्ष 2009 में पंजीकृत 9938 बेरोजगारों में 220, वर्ष 2010 में कुल 15,252 में 122 ,वर्ष 2011 में 16,853 में 177, वर्ष 2012 में 11852 में 176, वर्ष 2013 में 14859 में 248 तथा वर्ष 2014 में 8501 में से कुल 33 बेरोजगारों को ही नियुक्ति मिली है। इस कार्यालय में पंजीकरण तथा नौकरी की संख्या में बहुत ज्यादा फासला होने के पीछे आरएसपी समेत सरकारी स्तर पर भी नियुक्ति के अवसर कम होने को कारण बताया जा रहा है। हालांकि राउरकेला कर्मनियोजन अधिकारी एचसी शबर इससे इतफाक नहीं रखते। उनका कहना है कि इस कार्यालय के माध्यम से होने वाला प्लेसमेंट संतोषजनक है। उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में डाकघर, कलेक्टर कार्यालय , तहसील कार्यालय समेत पुलिस विभाग में भी नियुक्ति मिली है। लेकिन वहां से इनके आंकड़े न आने से पंजीकृत बेरोजगार तथा नियुक्ति के आंकड़ों में थोड़ा बहुत फासला नजर आ रहा है।