माता-पिता की सेवा से बढ़कर पुण्य नहीं: बगड़िया
जागरण संवाददाता, राउरकेला: भारतीय युवा हास्टल की राउरकेला शाखा का भूमिष्ठ प्रणाम कार्यक्रम शनिवार
जागरण संवाददाता, राउरकेला:
भारतीय युवा हास्टल की राउरकेला शाखा का भूमिष्ठ प्रणाम कार्यक्रम शनिवार को सेक्टर-19 स्थित सिविक सेंटर में मनाया गया। इस कार्यक्रम में विशिष्ट वक्ताओं ने पूज्य पूजा की संस्कृति का बखान किया। वहीं युवाओं को भी इस संस्कृति के अनुरूप अपना आचरण बनाकर माता-पिता व गुरुजनों की सेवा करने की सीख प्रदान की गई।
इस समारोह में युवा हास्टल के पूर्व अध्यक्ष भारतभूषण महंती ने बतौर मुख्य सेवक कहा कि पूज्य पूजा की संस्कृति व परंपरा ही हमारी पहचान है। हमें इस पावन संस्कृति को बचाए रखने के लिए लगातार प्रयास की जरूरत है। अन्य अतिथि वेदव्यास गौशाला के प्रमुख गणेश प्रसाद बगड़िया ने कहा कि माता-पिता व गुरुजनों की चरणों में स्वर्ग होता है। जिससे दुनिया में माता-पिता व गुरुजनों की सेवा से बढ़कर कोई पुण्य नहीं है। अन्य अतिथियों में मंजूदेवी बगड़िया, रामचंद्र नायक, ब्रिजमोहन अग्रवाल, आलोक बगड़िया, मांगीलाल बोथरा, तन्मय साइकिया, रवि दास, डा. उमाकांत पंडा आदि पूज्य पूजा की संस्कृति पर अपने विचार रखे। जिसमें खासकर माता-पिता के अतीत, वर्तमान तथा भविष्य को लेकर अतिथियों ने सारगर्भित वक्तव्य रखा। इस कार्यक्रम में तीन सौ से भी अधिक वरीय नागरिक (माता-पिता) ने योगदान दिया। इस अवसर पर युवा हास्टल तथा गुरुकुल आश्रम के सेवक व सेविका ने सभी माता-पिता की चरणवंदना कर उनका आशीर्वाद ग्रहण किया। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में सचिव बसंत मलिक, निरंजन सामल, पंकज पाढी, राजेश अग्रवाल, लूसी दास समेत अन्य सदस्यों का सहयोग रहा।