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अखाड़ा झांकियों में धर्म, कला व संस्कृति का संगम

जागरण संवाददाता, राउरकेला : शहर के मुख्य मार्ग में रविवार की शाम दस अखाड़ों का रामनवमी जुलूस निकला

By Edited By: Published: Sun, 29 Mar 2015 06:17 PM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2015 06:17 PM (IST)
अखाड़ा झांकियों में धर्म, कला व संस्कृति का संगम

जागरण संवाददाता, राउरकेला :

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शहर के मुख्य मार्ग में रविवार की शाम दस अखाड़ों का रामनवमी जुलूस निकला जिसमें शामिल प्रेरणास्पद झांकियां इसकी शोभा बढ़ा रही थी। झांकियों के रूप में राष्ट्रभक्ति से लेकर धर्म, कला, विज्ञान व संस्कृति का संगम दिखा।

अखाड़ा जुलूस में सबसे आगे डेली मार्केट नवयुवक संघ अखाड़ा की झांकी थी। स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में आखाड़ा कमेटी की ओर से जुलूस को यादगार व ऐतिहासिक बनाने के लिए हर संभव कोशिश की गई। सबसे आगे जनजातीय नृत्य दल के बाद जगन्नाथ घंटो पार्टी जुलूस की शोभा बढ़ा रही थी। बेटी बचाओ का संदेश देने के साथ साथ भारत माता से लेकर विभिन्न देवी देवताओ की झांकी के बाद चीन के पानी जहाज को अस्त्र बोर्ड का रूप दिया गया था। इसके पीछे शंभूनाथ अखाड़ा की झांकी थी जिसमें फिल्म क्रिश को झांकी का रूप दिये जाने के साथ साथ इसी में शस्त्र सजाया गया था। मालगोदाम अखाड़ा ने आकर्षक तितली को औजार बोर्ड का रूप दिया। बिसरा डाहर के जय हनुमान अखाड़ा ने मायवी व चमत्कारी तितली तथा जम्मू कश्मीर में सैनिक शिविर पर आतंकी हमले को झांकी के रूप में जुलूस में शामिल किया गया। प्रभु जगन्नाथ के नव कलेवर वर्ष को ध्यान में रखते हुए शिवाजी अखाड़ा ने कोणार्क चक्र के समक्ष प्रभु जगन्नाथ की झांकी को अस्त्र बोर्ड का रूप दिया। टैक्सी स्टैंड के भूतनाथ अखाड़ा ने चीन के प्रसिद्ध राम दरबार को झांकी का रूप दिया और पूरी झांकी को बांस से तैयार किया। शिव शक्ति अखाड़ा की ओर से आकर्षक झांकी प्रस्तुत किया गया। जीटी लेन पंच मंदिर के जय बजरंग अखाड़ा ने शांति व शक्ति के बीच संतुलन के बीच में अस्त्र बोर्ड पर भगवान बुद्ध की झांकी निकाली। बिसरा रोड के महावीर अखाड़ा ने रावण द्वारा माता सीता के अपहरण के दौरान जटायू द्वारा उनकी रक्षा करने वाली झांकी को अस्त्र बोर्ड का रूप दिया। बस स्टैंड के त्रिनाथ अखाड़ा ने जयपुर के हवा महल को झांकी का रूप दिया गया। रात में इन झांकियों में बिजली की सजावट जुलूस के आकर्षण में चार चांद लगा रही थी।


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