लीज पर मिली जमीन की बिक्री से करोड़ों के वारे-न्यारे
जागरण संवाददाता, राउरकेला: लाठीकटा ब्लाक के बालीजोड़ी में दस वर्ष के लिए लीज पर मिली सरकारी जमीन क
जागरण संवाददाता, राउरकेला:
लाठीकटा ब्लाक के बालीजोड़ी में दस वर्ष के लिए लीज पर मिली सरकारी जमीन को बेचकर कुछ लोगों द्वारा करोड़ों रुपयों के वारे-न्यारे किया जा रहा है। सरकारी लीज की जमीन बेचने का नियम न होने के बाद भी इसे प्लाट में बांट-बांटकर लोगों को बेचा रहा है। इस अंचल के कुछ लोगों ने इसके प्रति प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराकर हस्तक्षेप की गुहार लगाई है।
हाथीबंधा पंचायत के बालीजोड़ी पंचायत के अविनाशपाली गांव के चारों ओर 110 एकड़ सरकारी जमीन है। गत 1978 में तत्कालीन आरआइ हावड़ा सिंह के साले महादेव राउत तथा देवेंद्र जेना को यहां की क्रमश: 14 एकड़ व 17 एकड़ जमीन दस वर्ष की लीज पर दी गई थी। लेकिन इस जमीन पर कोई काम करने के बजाय उसने 1993 से इस जमीन को बेचना शुरू कर दिया था। इसका पता चलने से बालीजोड़ी, अविनाशपाली तथा नयाडेरा के लोगों ने तत्कालीन डीेएम अलका पंडा का ध्यान आकर्षित कराया था। जिससे उन्होंने इस जमीन पर अतिक्रमण न करने तथा पंट्टा न बनने का नोटिस जारी किया था। अब स्व. देवेंद्र जेना के पुत्र चिदानंद जेना, जगदा के ययातिकेसरी साहु, फर्टिलाइजर के महादेव राउत व कांदरा महंती को इस जमीन की पावर आफ अर्टानी दी गई है। जिससे वे लोग वर्तमान इस जमीन में सिमेंट के खंभे गाड़कर प्लाटिंग करने के बाद लोगों को बेच रहे हैं। लेकिन लोगों को इस जमीन की असलियत का पता न चलने से वे लोग भारी कीमत अदा कर यह जमीन खरीदने के बाद इसकी चारदीवारी भी बनाने लगे हैं। जिससे यहां पर जमीन की गोरखधंधा को लेकर बुधवार को अंचल के संतोष महापात्र, ललिता सिंह, सीता साहु, सुकांति महापात्र आदि ने एडीएम से मिलकर ज्ञापन सौंपा तथा हस्तक्षेप की गुहार लगाई है।