जीवन को पूर्णता प्रदान करता है प्रेम : त्रिपाठी
जागरण संवाददाता, राउरकेला : कोयल क्लब की ओर से आयोजित साहित्य एवं काव्य गोष्ठी में में अतिथि इस्पा
जागरण संवाददाता, राउरकेला :
कोयल क्लब की ओर से आयोजित साहित्य एवं काव्य गोष्ठी में में अतिथि इस्पात स्वयंशासित कालेज के अध्यक्ष शंकर त्रिपाठी ने कहा कि प्रेम के बिना मनुष्य का जीवन अधूरा है। उन्होंने इसके बिना जीवन के खालीपन पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने प्रेम रस के कवि मायाधर मानसिक की कविताओ की कुछ पंक्तियां सुनाई। उन्होंने कहा कि साधना से ही साहित्य में निखार आता है।
कोयल क्लब परिसर में बुधवार शाम आयोजित कार्यक्रम में साहित्य सचिव प्रशांत दास ने अतिथियों का परिचय कराया एवं शिक्षक व्रज दास, कवयित्री कल्पना भुइयां की अध्यक्षा में काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ। इसमें गौरांग दास, रामचंद्र साहू, गदाधर रथ, व्रजबिहारी दास, विमल महंती, अमीर महंती, शिव बेहरा, राम महंती, अभिराम प्रधान, सुभाष दास, इंदिरा राय, फांसियार आचार्य, जलधर प्रधान, तरेणी साहू, सुरेन्द्र पाढ़ी, एचएम रथ, रमेश पात्र, मिनकेतन, मीनकेतन पसायत, रघुवर धल, विष्णु प्रिया महापात्र, संतोष रथ, पुलिन राउतराय, त्रिलोचन स्वाई, केशव स्वाई, रामकृष्ण त्रिपाठी, सीमांचल पाणीग्राही, देवेन्द्र मल्लिक, कल्पना भुइयां, व्रज दास आदि ने स्वरचित कवितायें पढ़ी। विनय मिश्र, मोनालीसा मिश्र, काशीनाथ नंदी, केलूचरण बड़जेना ने इसमें अपनी कहानियां सुनाई।द्ध इसके आयोजन में जगन्नाथ राउत, परीक्षित गुरु, रजत महापात्र, मीनाक्षी धर, रमेश सेठी, जीएस मिश्र आदि ने सहयोग किया।