बंगीय परंपरा का है अलग आकर्षण
जागरण संवाददाता, राउरकेला: इस्पात नगरी राउरकेला में दुर्गापूजा का त्यौहार धूमधाम से मनता है। इसमे
जागरण संवाददाता, राउरकेला:
इस्पात नगरी राउरकेला में दुर्गापूजा का त्यौहार धूमधाम से मनता है। इसमें कई स्थानों पर बंगीय परंपरा व रीति-नीति से दुर्गापूजा का अलग आकर्षण होता है। इस परंपरा के अनुसार होनेवाली मां की पूजा में विजयादशमी में सिंदूर दान का विशेष महत्व होता है।
रेलवे कालोनी में पोस्ट आफिस के पास 1959 से दुर्गापूजा का आयोजन करने वाली श्री श्री शारदीय दुर्गापूजा कमेटी द्वारा इस वर्ष भी धूमधाम से मां की पूजा हो रही है। कमेटी के संरक्षक रवि राय, अध्यक्ष एसके मुखर्जी, महासचिव प्रदीप पौल, संयुक्त सचिव पार्थसारथी दास ,सह सचिव पार्थ दास, कोषाध्यक्ष रितेश कुमार साहा समेत अन्य सदस्यों की देखरेख में महासप्तमी से मां की पूजा शुरू हो गई है। जिसमें महासप्तमी पर हलवा-पूड़ी का प्रसाद बांटा गया। महाष्टमी को विशाल भंडारा समेत नवमी को भी भंडारा लगेगा। विजयादशमी पर सिंदूरदान कार्यक्रम आयोजित होगी। इसके महानवमी पर बच्चों में डांस तथा धूपची डांस प्रतियोगिता होगी। इसके समेत शहर की सबसे पुरानी दुर्गापूुजा ओल्ड स्टेशन रोड दुर्गापूजा कमेटी की ओर से बंगीय परंपरा के अनुसार मां की पूजा होती है। कमेटी के
मुख्य संरक्षक जयहिन्द साहु, अध्यक्ष मोहन बोदक, महासचिव अशोक फडिकार, सलाहकार शंभू प्रसाद, कमेटी प्रभारी प्रेम अदक,गौतम साहा, दिलीप खटुआ, पप्पू जायसवाल समेत अन्य सदस्यों की देखरेख में बुधवार को महासप्तमी पर मां की पूजा की गई।