नाट्यकार प्राणबंधु कर की जन्म शतवार्षिकी मनी
राउरकेला: इस्पात स्वशासी कालेज तथा ओडिया भाषा विकास मंच के संयुक्त सौजन्य से विशिष्ट नाट्यकार व कहानीकार प्राणबंधु कर की जन्म शतवार्षिकी का पालन किया गया। कालेज परिसर में बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में विशिष्ट वक्ताओं ने उनकी लेखनी व जीवनी पर विचार रखे।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्राध्यापक डा. प्रभाकर राउत ने प्राणबंधु कर की कृतियों पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता कवि बलराम राउल ने प्राणबंधु के एकांकी सृजन की विशिष्टता के बारे में जानकारी दी। सम्मानित वक्ता केदार प्रधान ने आज की युवा पीढ़ी की मानसिकता, साहित्य रुचि आदि के बारे में सारगर्भित वक्तव्य रखा। मंच के संयोजक आर्तत्राण महापात्र ने छात्र-छात्राओं को कहानी तथा कविता लेखन में भी रुचि लेने का परामर्श दिया। अंग्रेजी प्राध्यापक जीतेंद्रनाथ दास ने कार्यक्रम का संचालन किया, जबकि प्राध्यापक सरोज सामल ने धन्यवाद दिया। अन्य लोगों में काननबाला त्रिपाठी, डा. दुर्गेश नंदिनी विश्वाल, रंजीता दास आदि उपस्थित थे।