नहीं रहीं सावित्री जायसवाल
जागरण संवाददाता, राउरकेला :
भारतीय जीवन बीमा के प्रतिष्ठित अभिकर्ता जवाहरलाल जायसवाल की धर्मपत्नी सावित्री जायसवाल का आकस्मिक निधन हो गया। गुरुवार को वेदव्यास त्रिवेणी संगम पर अंत्येष्टि हुई। सामाजिक व राजनीतिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में शामिल होकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी एवं शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की।
डीलक्स गली निवासी जवाहरलाल जायसवाल की 65 वर्षीय सहधर्मिणी सावित्री देवी को बुधवार को मानसिक पक्षाघात हुआ। आइजीएच के चिकित्सकों द्वारा रेफर करने के बाद भुवनेश्वर ले जाने के क्रम में रास्ते में ही उनका निधन हो गया। वे अपने पीछे तीन बेटे व तीन बेटियों का भरा पूरा परिवार छोड़ गई। उनके निधन के समय ज्येष्ठ पुत्र व बीजद के युवा नेता पप्पू जायसवाल व परिवार के अन्य सदस्य उपस्थित थे। गुरुवार की दोपहर वेदव्यास त्रिवेणी संगम पर अंत्येष्टि हुई। राज्य सभा सदस्य पदश्री दिलीप तिर्की, विधायक शारदा नायक, पूर्व विधायक प्रभात महापात्र, पूर्व नगरपाल निहार राय, रमेश बल, नरेन्द्र त्रिपाठी, भाजपा नेता रंजीत नायक, कांग्रेस नेता रवि राय, राजेन्द्र परीछा, पार्थसरथी दास, मुन्नीलाल जायसवाल, रश्मिबाला मिश्र, ओमला अग्रवाल, शशधर नंद, मो. खालिद समेत विभिन्न संगठनों से जुड़े पांच सौ से अधिक लोग अंत्येष्टि में शामिल हुए। इन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए मौन प्रार्थना की।