माइक्रो फाइनेंस कार्यालय बंद रहने से हताशा
जागरण संवाददाता, राउरकेला :
वित्तीय संस्था माइक्रो फाइनेंस लिजिंग एंड फंडिंग कंपनी के उदितनगर स्थित कार्यालय के बंद रहने से निवेशकों में हताशा है। पांच हजार से अधिक निवेशकों की जमा राशि यहां फंसी है।
राज्य सरकार द्वारा माइक्रो फाइनेंस पर शिकंजा कसने तथा इसे सहकारिता के दायरे में लाने की हिदायत देने के बाद उदितनगर स्थित कंपनी की शाखा में जमा निवेशकों के करोड़ों रुपये में से 50 लाख से अधिक की राशि लोन के रूप में छह महीने पहले भुगतान किया, जिससे निवेशकों में उम्मीद जगी थी लेकिन 30 मार्च से उदितनगर स्थित कार्यालय को बंद कर शाखा प्रबंधक के अचानक गायब हो जाने से हर दिन यहां निवेशक आ कर निराश लौट रहे हैं। माइक्रो फाइनेंस ग्रुप की यहां कई संस्था है, लेकिन इस संबंध में कोई खुलकर बोलने को तैयार नहीं है जिससे फिर एक बार निवेशकों की बेचैनी बढ़ गई है। निवेशकों के लिए राहत की बात यही है कि झीरपानी व वेदव्यास का कार्यालय खुला है। इस संबंध में झीरपानी कार्यालय से जुड़े एक अभिकर्ता से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि उदितनगर शाखा कार्यालय के प्रबंधक ने डर कर कार्यालय बंद कर दिया, जिससे असमंजसता की स्थिति पैदा हुई है। दो दिन के अंदर कार्यालय खुलने पर स्थिति स्पष्ट होने की बात उसने कही।