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पापों से मुक्ति दिलाने को यीशु ने सहे दु:ख

By Edited By: Published: Fri, 18 Apr 2014 06:57 PM (IST)Updated: Fri, 18 Apr 2014 06:57 PM (IST)

जागरण संवाददाता, राउरकेला :

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ग्रुड फ्राइडे यानी प्रभु यीशु को क्रूस पर चढ़ने के दिन राउरकेला धर्म प्रांत मुख्यालय हमीरपुर चर्च में क्रूस की विशेष आराधना की गई। जिले भर के सभी साढ़े तीन सौ से अधिक गिरजाघरों में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।

राउरकेला धर्म प्रांत के विसप किशोर कुमार कुजूर की मौजूदगी में हमीरपुर चर्च में गुड फ्राइडे पर प्रभु यीशु को क्रूस पर चढ़ाने की कथा का वर्णन करते हुए विशेष आराधना की गई। विसप किशोर कुमार कुजूर ने बताया कि यहुदियों के प्रधान जाजक कैइफास प्रभु यीशु के अच्छे व ईश्वरीय कार्य का सहन नहीं कर सके एवं ईष्र्या से उन्हें पकड़ कर गवर्नर फिलातुस के हवाले गया। रोम के नियम में मृत्यु दंड होने के कारण यीशु को अमानवीय तरीके से क्रूस पर लटकाया गया। यीशु को कोड़े से मारते हैं कांटे का मुकुट पहनाया जाता है फिर पहाड़ी पर क्रूस पर लटकाया जाता है। क्रूस पर चढ़कर यीशु ने स्वर्ग से आकर मानव को ईश्वर के पास ले जाने की शिक्षा दी। प्यार से बात की एवं बुराइयों से पश्चाताप किया। पापों का प्रयश्चित कर ईश्वर के पास बुलाते हैं। गुड फ्राइडे पर हमीरपुर समेत जिले के 41 बड़े आरसी चर्च व इसकी साढ़े तीन सौ से अधिक शाखाओं में 14 चरणों में मुख्यत: फिलातुस के द्वारा दंडादेश, दूसरे यीशु कंधों में क्रुस को लेकर चलते हैं, तीसरा क्रूस के नीचे गिर जाते हैं, रास्ते में माता मरियम से मुलाकात, पांचवा सिमोन के द्वारा उनकी मदद, ईशु के दुखभोग की कथा सुनाई गई। लोग क्रूस की आराधना कर पापों पर पश्चाताप किया। शनिवार को दुखभोग का स्मरण कर शोक मनायी जायेगी। शनिवार रात को विशेष प्रार्थना तथा रविवार को प्रभु के जी उठने पर खुशी मनाई जायेगी। मृत्यु तक जीवन सीमित नहीं है बल्कि अनंत जीवन है। झीरपानी, बंडामुंडा, सिविल टाउन 41 बड़े गिरजाघरों इसी तरह का कार्यक्रम अपराह्न 3.30 बजे से देर शाम तक चला जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए। जीईएल चर्च से जुड़े लोग भी अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति एवं सद्गति के लिए कब्रिस्तान की सफाई करने में जुटे हैं। शनिवार की शाम से मोमबत्ती जलाकर आराधना करेंगे एवं रविवार उनके जी उठने की खुशी मनायेंगे।


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