सामूहिक वन अधिकारी की मांग ने पकड़ा जोर
जागरण संवाददाता, झारसुगुड़ा : रविवार को स्थानीय जिला ग्राम्य उन्नयन संस्था के सभा कक्ष में एक सभा व
जागरण संवाददाता, झारसुगुड़ा : रविवार को स्थानीय जिला ग्राम्य उन्नयन संस्था के सभा कक्ष में एक सभा व सचेतनता शिविर का आयोजन किया गया।
बैठक में हमेशा टाल-मटोल करने वाले अधिकारी उपस्थित रहकर सभी आवेदन को स्वीकार करते दिख जिससे एक अनुकुल वातावरण नजर आया। पैक्स संस्था की ओर से आयोजित उक्त शिविर में विभिन्न मांगों को रखा गया। जिले के कोलाबीरा, किरमिरा व लखनपुर ब्लाक के आठ पंचायत के कुल 21 ग्राम्य सभा के सैकड़ों प्रतिनिधि अपने- अपने गोष्ठी जगंल समन्वय पर अधिकार जानने के लिए पूरे प्रमाण के साथ आवेदन किया था। झारसुगुड़ा जिलाधीश परमेश्वरन बी ने कहा कि जिले के कुल छह लाख लोगों के बीच 30 प्रतिशत जनजाति व 20 प्रतिशत अनुसूचित जाति वर्ग के लोग रहते हैं। उक्त वर्ग के लोग अपने जीविका निर्वाह के लिए जंगल पर भी निर्भर रहते है। जंगल अधिकार कानून 2006 के तहत सिरोनामा को जोड़ने से जिले में प्रकृत विकास हो सकेगा। बैठक में जिला परिषद अध्यक्षा रेणुका कंसराली, पीडी डीआरडीए ज्योतिरंजन प्रधान, उप-जिलाधीश वरेंद्र नाथ धल, जिला समाज कल्याण अधिकारी ममता रानी परिडा, झारसुगुड़ा ब्लाक चेयरमैन प्रदीप्ता साहू, डीएफओ अश्वनी कर सहित अन्य उपस्थित थे।