कंसलटेंसी पर छापेमारी से संदेह गहराया
जागरण संवाददाता, झारसुगुड़ा : झारसुगुड़ा के बड़माल थान अंतर्गत आनेवाले ट्रिको कंसलटेंसी एंड सर्विस प
जागरण संवाददाता, झारसुगुड़ा :
झारसुगुड़ा के बड़माल थान अंतर्गत आनेवाले ट्रिको कंसलटेंसी एंड सर्विस प्राइवेट लिमिटेड पर गत मंगलवार को आंचलिक परिवहन विभाग व बड़माल पुलिस ने औचक छापेमारी की थी तब उक्त संस्था में चल रहे विभिन्न कारोबार को लेकर संदेह और अधिक गहरा गया है। छापेमारी के दौरान संस्था के सुपरवाइजर की सूचना के अनुसार यह एक टायर रिसो¨लग संस्था है मगर यहां गैस कटर की से भारीयान व तीन ट्रक काटे गए थे। उसी समय यहां एक भारी यान में एक शिल्प संस्था का एल्युमीनियम पाउडर ाी लगदा पाया गया था जो कि अब पुलिस के लिए जांच की मुख्य वजह बन गया है।
बड़माल पुलिस का कहना है कि वे इस संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं कर पायेंगे। इसकी और अधिक जांच परिवहन अधिकारी ही करेंगे। वही आचंलिक परिवहन अधिकारी दिवाकर ¨सह के कहे अनुसार संबंधित संस्था के मालिक के विरोध में 12 गाड़ियों के टैक्स चोरी को लेकर परिवहन विभाग में एक मामला दर्ज किया गया है और गाड़ियों के मालिक को गाड़ियों के सभी कागज पत्र लेकर आने का नोटिस दिया गया है। परिवहन अधिकारी का अनुमान है कि उक्त टैक्स चोरी में पांच लाख से अधिक की टैक्स चोरी की गई है। अधिकारियों ने कहा है कि सभी कागज पत्र के जांच के बाद ही यह पता चल पाएगा कि सच में कितने लाख रुपये की टैक्स चोरी की गई है। अधिकारियों ने आगे बताया कि उक्त गाड़ियों को काटने के लिए भी विभाग से अनुमति नहीं ली गई है। उक्त संस्था में चढ़ाव के समय 14 गाड़ी पाई गई थी, जिसमें कई गाड़ियां का लाइसेंस रद्द नहीं हुआ था अत: उन्हें काटना गैर कानूनी है। वही टायर रिसो¨लग संस्था चलाने के लिए भी ट्रिको कंसलटंसी द्वारा आंचलिक परिवहन कार्यालय से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। वही जिला श्रम विभाग के पास भी इस प्रकार की संस्था के संबंध में कोई खबर तक नहीं है। इस प्रकार की परिस्थिति में उक्त संस्था किस आधार पर बड़माल ें जमीन लेकर अपनना कारोबार कर रही थी उसकी सूचना इंडको, जिला प्रशासन व अन्य विभाग को भी दी गई है या नहीं यह भी संदेह जताया जा रहा है। आंचलिक परिवहन अधिकारी श्री ¨सह ने आगे बताया कि उक्त संथ्सा में 13 गाड़ियों को काटे जाने की सूचना उनके पास है हमने गाड़ी मालिक को सोमवार तक कागज पत्र दिखाने के लिए नोटीस दी है। वही उक्त संस्था किसकी जमीन पर है, कौन जमीन का मालिक है उस संबंध में हमें तहसीलदार से पूरी सूचना मांगी है।