मुख्य मार्ग पर दो दिन तक पड़ा रहा सांड़ का शव
जागरण संवाददाता, झारसुगुड़ा : झारसुगुड़ा शहर के मुख्य मार्ग एनएच-49 पर गत सोमवार की रात किसी अज्ञात वाहन की ठोकर से एक सांड़ मर गया था। दो दिन तक उसका शव सड़क पर ही पड़ा रहा। अंत में मंगलवार की रात पत्रकारों व आंचलिक विकास परिषद के लोगों ने मृत सांड़ को उठवाकर शहर से बाहर एक स्थान पर दफनाया।
दो दिन में सांड़ के शव की हालत ऐसा हो गयी थी कि उससे पानी रिस रहा था और आवारा कुत्ते उसे नोच-नोच कर खा रहे थे। सांड़ के शव से काफी दुर्गध आ रही थी। जिस स्थान पर सांड़ का शव पड़ा था उससे नाम मात्र की दूरी पर लोग निवास करते हैं मगर न तो उन लोगो ने इस ओर ध्यान दिया और न ही नपा के अधिकारियों ने। इसी बीच उस रास्ते से आंविप के के आवाहक मनमोहन पंडा गुजर रहे थे और उनकी नजर इस ओर गयी। उन्होंने इसकी जानकारी पत्रकारों को दी। मंगलवार की रात पत्रकारों व आंविप के कार्यकर्ताओं ने घटनास्थल पर पहुंचकर नगरपाल व पालिका के कार्य निर्वाही अधिकारी को इस बारे में फोन कर बताया लेकिन दोनों शहर से बाहर कहीं गए हुए थे। फोन पर उन्होंने सांड़ के शव को हटाने के लिए वाहन भेजने की बात कही लेकिन रात साढ़े दस बजे तक न ही कोई वाहन आया और न हीं कोई लेबर। रात 11 बजे आंविप के सदस्यों व पत्रकारों ने एक हाइड्रा को बुलाकर सांड़ के शव को यहां से उठवाकर शहर के बाहर एक स्थान में गड्ढा कर उसमें दफनाया। इस दौरान आंविप के मनमोहन पांडेय, रमेश गांधी, मानव घोष प्रदीप राउत, मंजीत सिंह, नरेश सिंह, सौभ्यरंजन बिस्वाल, सत्यसुंदर भंज, राजकुमार शर्मा, मेहबूब मेहताब, अमजद बादशाह, भुवन किशोर तिवारी व भागीरथी साहू आदि उपस्थित थे।