रामचंडी मंदिर की प्रसिद्ध बोयेल यात्रा संपन्न
जागरण संवाददाता, ब्रजराजनगर :
झारसुगुड़ा जिले के सबसे पुराने शक्ति पीठ के रूप में विख्यात स्थानीय मां रामचंडी मंदिर के प्रसिद्ध बोयेल यात्रा बुधवार को संपन्न हुई। प्रति वर्ष चैत्र मास की प्रतिपदा से शुरू होकर यह यात्रा पर्व पूर्णिमा तक चलता है।
इस मां रामचंडी की विशेष रूप से पूजा आराधना की जाती है एवं उन्हें महास्नान कराया जाता है। चतुर्दशी की रात में इलाके की सुख, स्मृद्धि एवं आरोग्य की कामना करते हुए जमींदार लाल कुमार सिंहदेव द्वारा उपस्थित सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में मां की पूजा की गई। मंगलवार की रात में जमींदार श्री सिंहदेव व मंदिर के राजपुरोहित राधेश्याम सत्पथी की उपस्थिति में बरुआ को नदी में स्नान के उपरांत मंदिर में लाया गया। मंदिर की परंपरा के अनुसार बोयेल द्वारा नदी के उस पार के रामपुर गांव की परिक्रमा करने के उपरांत नदी पार करके कोताबगा, रताखंडी गांव होते हुए नदी के किनारे गुफा में विराजमान मां रामचंडी मंदिर में उपस्थित हजारों भक्तों को दर्शन देते हैं। अंत में जमींदार श्री सिंहदेव द्वारा बोयेल यात्रा की समाप्ति की घोषणा के साथ यात्रा का समापन होता है। इस बोयेल यात्रा को देखने के लिए इस वर्ष हजारों की भीड़ जुटी थी।