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महानदी व काठजोड़ी उफान पर

कटक जिला प्रशासन ने हीराकुद जलभंडार से पानी छोड़े जाने से पहले बाढ़ को नियंत्रित करने के लिए तमाम तैयारी पूरी कर ली थी।

By Babita KashyapEdited By: Published: Mon, 24 Jul 2017 11:21 AM (IST)Updated: Mon, 24 Jul 2017 11:21 AM (IST)
महानदी व काठजोड़ी उफान पर
महानदी व काठजोड़ी उफान पर

कटक, जागरण संवाददाता। प्रदेश में विगत कई दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते काठजोड़ी एवं महानदी के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। दोनों नदियां इस समय पूरे उफान पर हैं। रविवार को हीराकुद जलभंडार से तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे कई जिलों में निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। 

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कटक जिला प्रशासन ने हीराकुद जलभंडार से पानी छोड़े जाने से पहले बाढ़ को नियंत्रित करने के लिए तमाम तैयारी पूरी कर ली थी। नराज एवं मुंडली में जिला प्रशासन के अधिकारी स्थिति पर पूरी नजर रखे हुए हैं। इस बाढ़ के पानी को कटक पहुंचने में दो दिन का समय लगेगा।

बाढ़ की आशंका को ध्यान में रखकर नदी किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क किया जा रहा है। हालात पर नजर रखने के लिए कटक जिलाधीश कार्यालय में 24 घंटे काम करने वाला एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां कर्मचारी 24 घंटे तैनात रहेंगे। यहां से लगातार काठजोड़ी एवं महानदी में जलस्तर की सूचना दी जा रही है।

जिला आपातकालीन अधिकारी प्रबोध कुमार राउत के मुताबिक प्रशासन के अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। तीन लाख क्यूसेक पानी हम लोगों के लिए किसी भी तरह की चिंता का विषय नहीं है। अगर हीराकुद से एक साथ नौ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा तो अन्य जिलों के लिए खतरा हो सकता है। उन्होंने कहा कि यदि 10 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जाए तो फिर कटक शहर के लिए खतरा हो सकता है। हालांकि अभी इस तरह की स्थिति नहीं है। प्रशासन लोगों की मदद करने के लिए हर समय तैयार है।  

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